उठा पर्दा दिखा जलवा दीवाने खास आए हैं,
सुनाने हाले दिल मोहन तुम्हारे पास आए है,
पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है ,
मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है ,
पर्दे में रहने की आदत पड़ी है,
रुलाने की जाने की आदत पड़ी है,
दिल लूटने का बड़ा ही शौकीन की है .. पर्दे के पीछे जो
हर कोई बैठा है पलके बिछाए,
कब बाहर आए वो कब बाहर आए,
आएगा बाहर वो यही है कहीं है .. पर्दे के पीछे जो
बढ़ती ‘मधुप’ जब दिल ए बेकरारी,
आता है बाहर हो बांके बिहारी,
रंगीला रसीला हो बड़ा ही हंसी है .. पर्दे के पीछे जो
Showing the curtain raised, the crazy people have come specially,
Dil Mohan has come to you to narrate,
The curtain behind the curtain is intoxicating,
It’s my sanvara, I’m sure
Got used to living in curtains,
Got in the habit of crying
Who is very fond of robbing hearts.. behind the scenes
Everyone is sitting and laying their eyelids,
When did he come out, when did he come out
He will come out, this is where he is.. who is behind the curtain
Rising ‘Madhup’ when Dil e Bakeri,
Come out Banke Bihari,
There is a lot of laughter behind the curtain..