मांगी जो मुराद सदा दर से तेरे पाई है,
फिर इक वार मैंने झोली फैलाई है,
जब भी पुकारो तू बनता सहाई है,
फिर इक वार मैंने झोली फैलाई है,
दिया जो वचन है निभाना होगा बाबा,
फिर इक बार तुझे आना होगा बाबा,
सच्चा साथी तुहि सारी दुनिया पराई है,
फिर इक वार मैंने झोली फैलाई है,
सब ने ठुकराया बाबा तू भी ठुकराना न,
सिवा तेरे दर के मेरा और ठिकाना न,
तेरे चरणों में मेरी दुनिया समाई है,
फिर इक वार मैंने झोली फैलाई है,
टूटू के बिखर न जाओ और आजमाना न,
भूलो को मेरी साई दिल से लगाना न,
बतरा ने तुमसे ही आस लगाई है,
फिर इक वार मैंने झोली फैलाई है,
The wish that you asked for, has always been received by you,
Then once I have spread my bag,
Whenever you call, you become a helper,
Then once I have spread my bag,
Baba, whatever promise is given, will have to be kept.
You will have to come once again, Baba.
True friend, you are a stranger to the whole world,
Then once I have spread my bag,
Everyone rejected Baba, don’t you also reject
There is no other place for me except you,
At your feet my world is covered,
Then once I have spread my bag,
Do not get scattered by tutu and do not try,
Don’t forget to put my Sai to my heart,
Batra has only expected from you,
Then once I have spread my bag,