प्रभु मुझे इतना सताया न करो,
दर्शन देदो अब रुलाया न करो,
व्याकुल मन तुझको पुकारे झलक दिखा के जाया न करो,
प्रभु मुझे इतना सताया न करो,
एक तुम ही हो नाथ तुम्हारे फिर मैं जाऊ किस के दवारे,
दर्शन पाऊ भगाये हमारे अब तो शरण हु प्रभु जी तुम्हारे,
अपनी दया तुम छुपाया न करो,दर्शन देदो अब रुलाया न करो,
प्रभु मुझे इतना सताया न करो….
हर पल प्रभु जी साथ हमारे तेरे नाम लेती रहू साँझ सवेरे,
मेरा जीवन तेरे सहारे शरण में अपने अब तो भुला ले,
मैं हु तुम्हारी तुम पराया न करो,दर्शन देदो अब रुलाया न करो,
प्रभु मुझे इतना सताया न करो….
तेरी ही दर पे आस लगी है तेरी मिलन की प्यास लगी है,
दर्श दो प्रभु जी मन प्यासा है बरसों से ये अभिलाषा है,
आई हु शरण ठुकराया न करो,दर्शन देदो अब रुलाया न करो,
प्रभु मुझे इतना सताया न करो….
Lord don’t torment me so much,
Give darshan, don’t make me cry now,
Do not go away by showing a glimpse of a troubled mind calling on you,
Lord don’t torment me so much,
You are the only one, Nath, then by whom should I go?
If you can see, run away from us, now I am your refuge, Lord,
Don’t hide your mercy, give a glimpse, don’t cry now,
Lord don’t hurt me so much….
Every moment, Lord, keep taking your name with us in the evening,
Forget my life in your shelter with your help,
I am yours, don’t make me alien, give me the vision, don’t cry now,
Lord don’t hurt me so much….
There is hope at your own rate, there is a thirst for your meeting,
Darshan, Lord ji, the mind is thirsty, this has been the desire for years,
I have come, don’t reject the refuge, give me the vision, don’t cry now,
Lord don’t hurt me so much….