प्रेम का धागा सांवरे तुम संग बाँध लिया है
हमने तो अपना सब कुछ तुमको ही मान लिया है
बात समझ में आ गई सारी
बस नाम की ये दुनियादारी
काम किसी के कोई ना आता
देख ली हमने रिश्तेदारी
आन पड़े मुश्किल कोई दूर हो सब अपने सभी
अब हमने ये जान लिया है
जग पहचान लिया है
तेरी शरण में आ गए अब तो
छोड़ के मतलब के इस जग को
श्याम तुम्हारी मर्ज़ी पे छोड़ा
जैसे भी चाहो वैसे ही रखलो
सुख हो या गम तेरे हैं हम
तन और मन ये जीवन
सब तेरे ही नाम किया है दामन थाम लिया है
हाथ कभी ना सर से हटाना
श्याम कभी तुम दूर ना जाना
चरणों में तेरे अपना किया है
श्याम धणी शर्मा ने ठिकाना
दर पे तेरे श्याम मेरे काम सभी मेरे हुए
तूने सबका ही काम किया है जग पहचान लिया है
प्रेम का धागा ………….
The thread of love is tied with you
We have accepted everything for you
got it all
This world in just name
no one works
we saw kinship
May it be difficult, be far away, all your all
Now we know
the world has recognized
Now you have come under your shelter
Leaving this world means
Shyam left on your wish
keep it as you want
happiness or sorrow we are yours
body and mind this life
Everyone has done your name
never take your hands off your head
Shyam you never go away
in your feet
Shyam Dhani Sharma’s whereabouts
Dar pe tere shyam my work is all mine
You have done everyone’s work, the world has recognized
Thread of love…………