राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे बोले,
जग में इनका नाम निराला गोविन्द राधे बोलो,
इनके नाम की अमृत धारा अंतर मन में घोलो,
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे बोले,
जिस ने इनका नाम लिया है जे दुःख उनके हरते है
हिरदये से जिसने इनको पुकारा उसको दर्शन देते है,
तीन लोक के स्वामी है ये सब ने इनका ध्यान किया,
मेरे श्याम मनोहर ने ही सब का ही कल्याण किया,
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे बोले,
विष्णु के अवतार है ये बंसी वाले मोहन है,
राधा रानी इनकी दीवानी मीरा इनकी जोगन है,
दुनिया की रखवाली है ये गैया अपनी चराते है,
वृन्दावन के घर घर में माखन चुरा के खाते है,
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे बोले,
यशोमती का राज दुलारा नन्द बाबा का लाला है,
मोर मुकटमाथे पे सोहे कंठ पुष्प की माला है,
नटवर नागर कृष्ण सूरत प्यारी प्यारी है मेरे मुरली मनोहर पर दुनिया वारि वारि है,
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे बोले,
Radhe Radhe Govind Govind Radhe said,
Speak his name Nirala Govind Radhe in the world,
Dissolve the nectar stream of his name in the inner mind,
Radhe Radhe Govind Govind Radhe said,
Whoever has taken their name, the sorrow is their deterrent.
He gives darshan to the one who called him out of heart.
He is the lord of the three worlds, all of them meditated on him.
My Shyam Manohar did the welfare of all.
Radhe Radhe Govind Govind Radhe said,
This is the incarnation of Vishnu, this is the banshee Mohan.
Radha Rani, his lover Meera is his jogan,
This cow is the guard of the world, it feeds itself,
Makhan is stolen in the house of Vrindavan.
Radhe Radhe Govind Govind Radhe said,
The secret of Yashomati is the father of Nanda Baba.
There is a garland of flowers on the forehead of a peacock,
Natwar Nagar Krishna Surat is lovely, but my Murli Manohar is the world’s heir,
Radhe Radhe Govind Govind Radhe said,