राम रसायन क्या है



राम रसायन तुम्हारे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा।।

यह रामरसायन क्या है,आईये जानते हैं।तुलसीदासजी लिखते हैं कि यदि हमें जीवन में हनुमानजी की भांति दास्य भाव लाकर भगवान की भक्ति करनी है तो उसके लिए राम रसायन चाहिए।

यह राम रसायन


चार बातों के मिश्रण से जो रसायण बनता है
उसे राम रसायन कहते है।

तज्ञता,आत्मीयता की अनुभूति,वात्सल्य
का अनुभव और विश्वास।

इन चार बातों के मिश्रण से जो रसायण बनता है,
उसे भाव कहते हैं. यही राम रसायन है।

राम रसायन यानी भगवान राम के प्रति भाव निर्माण
होने के लिये इन चार बातों की आवश्यकता है।

हनुमानजी के जीवन में ये चारों बातें थी इसलिए उनका दास्यभाव भी उत्कृष्ट है. जिनके जीवन में यह चार बाते होती हैं वह हनुमानजी की तरह राम का दास बन सकता है। || ॐ हनुमते नम: || ✍️☘️💕



Ram Rasayan your dice. Always remain Raghupati’s servant.

Let us know what this Ram Rasayan is. Tulsidasji writes that if we have to worship God with a servile spirit in our life like Hanumanji, then Ram Rasayan is needed for that.

This Ram Rasayan

The chemical that is formed by mixing four things It is called Ram Rasayan.

expertise, feeling of intimacy, affection Experience and belief.

The chemical which is formed by the mixture of these four things, It is called emotion. This is Ram Rasayan.

Ram Rasayan i.e. building feelings towards Lord Ram These four things are needed for this to happen.

These four things were there in Hanumanji’s life, hence his servile spirit is also excellent. One who has these four things in his life can become a slave of Ram like Hanumanji. , Om Hanumate Namah ||

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