सारे ब्रज में मच गया शोर,
आयो आयो जी माखन चोर,
पकड़ो री पकड़ो कान्हा को यही चोरन को सिर मोर,
सारे ब्रज में मच गया शोर
देख यशोदा नन्द को छोरा माखन को ये चटक चटोरा,
ग्वाल बाल की टोली लेके घर में घुस सब तोडा फोड़ा,
पकडन को जब बीच में भागु हाथ ना आवे चोर,
सारे ब्रज में मच गया शोर
यशोदा को सागरो घर आँगन,
भरो पड़ो दूध दही माखन,
इस चोरी की आद्दत पड़ी है
ग्वालिन के घर आवत खावत
इसको हमरा घर ही दिखे और न दिखे थॉर,
सारे ब्रज में मच गया शोर
पर इक बात कहु सखी मन की
मन भावे चोरी नटखट की,
भाग्ये बेयो मेरे घर आयो,
देख उसे रहु अटकी भटकी,
प्यारो लागे श्याम सलोना दिल ले गया चित चोर,
सारे ब्रज में मच गया शोर
There was noise all over Braj,
Come, come, butter thief,
Grab it, hold Kanha, this thief is the head peacock,
There was noise all over Braj
Seeing Yashoda Nanda, this sizzling chuttor of buttermilk,
Taking a group of Gwal Bal, entering the house broke everything, broke it.
When the thief does not run away in the middle of the catch,
There was noise all over Braj
Sagaro house courtyard of Yashoda,
Fill it with milk, curd, butter,
this habit of stealing
Awat Khawat at Gwalin’s house
Our house should be seen by this and not seen by Thor,
There was noise all over Braj
But I can say one thing about my heart
Mind-blowing theft, naughty
Lucky you come to my house,
Seeing her stuck, she got stuck
Dear Lage Shyam Salona Dil Le Gaya Chit Chor,
There was noise all over Braj