साई में ही राम है और साई में घनश्याम ,
साई से ही सुबह है और साई से ही शाम,
जय जय साई राम बोलो जय जय साई राम,
साई की महिमा जग में निराला सब का मालिक एक,
साई की चरणों में धाम है सारे रखे मन को नेक,
अल्लाह साई मोला साई जपले साई नाम ,
जय जय साई राम बोलो जय जय साई राम,
साई के दृष्टि में सृष्टि समाई साई रूप फ़कीर,
चरणों में बहती यमुना गंगा साई संत कबीर,
भोला साई भ्र्म है साई साई ही भगवान,
जय जय साई राम बोलो जय जय साई राम,
There is Ram in Sai and Ghanshyam in Sai,
From sai there is morning and from sai there is evening,
Say Jai Jai Sai Ram Jai Jai Sai Ram,
One is the master of all that is unique in the world of Sai’s glory.
Dham is at the feet of Sai, all the hearts are kept noble,
Allah Sai Mola Sai Japle Sai Naam,
Say Jai Jai Sai Ram Jai Jai Sai Ram,
In the eyes of Sai, the world engulfed the Sai form of the mystic,
Yamuna Ganga flowing at the feet of Sai Sant Kabir,
Bhola Sai is an illusion Sai Sai is God,
Say Jai Jai Sai Ram Jai Jai Sai Ram,