साई साई पुकारे मैं गलियों में,
कभी फूलो में धुंडु कभी कलियों में,
साई साई पुकारे मैं गलियों में,
करदो मुझपे कर्म बात बन जायगी,
फूटी किस्मत ये मेरी सबर जाएगी,
तुम हो सब से वली सारे वलियो में,
साई साई पुकारे मैं गलियों में,
ऐसा रूठा मेरा साई कहा ना माने,
मेरे दिल मेरी जान की कदर न जाने,
मैं भी बन गया सवाली सब सवालियो में,
साई साई पुकारे मैं गलियों में,
मेरी बिगड़ी बना दो राह फूलो से सजा दो,
गाउ तेरा भजन तान ऐसी बना दो,
रस गोल दो धनजये की बोलियों में.
साई साई पुकारे मैं गलियों में,
Sai Sai calls me in the streets,
Sometimes in flowers, sometimes in buds,
Sai Sai calls me in the streets,
Do it, it will become a matter of karma on me,
Broken luck this will be my patience,
You are the most important of all,
Sai Sai calls me in the streets,
Where is my sai so angry?
My heart does not value my life,
I also became the question in all the questions,
Sai Sai calls me in the streets,
Make my way spoiled, decorate it with flowers,
Make your bhajan tan like this,
In the dialects of rasa gol do dhanjaye.
Sai Sai calls me in the streets,