साई तुम हो पिता तुम ही माता,
तुम ही दाता विधाता हो मेरे,
मेरे हिरदये के मंदिर में बाबा है युगो से तुम्हरे बसेरे,
साई तुम हो पिता तुम ही माता
मेरी हर सास में साई तुम हो मेरे विश्वाश में साई तुम हो,
मेरी उम्मीद तुम से बनी है मेरी हर आस में साई तुम हो,
नाम जप्ती हु मैं जब तुह्मारा दूर होते है मन के मेरे हनेरे,
मेरे हिरदये के मंदिर में बाबा है युगो से तुम्हरे बसेरे,
साई तुम हो पिता तुम ही माता
तुम ने श्रद्धा का रास्ता दिखाया सबर करना तुम्ही ने सिखाया,
एक है सारि दुनिया के मालिक साई तुम्हने ही मुझको बताया,
याद मुझको तुम्हारे वचन है,
दूर है मुझसे पापो के गेरे,
मेरे हिरदये के मंदिर में बाबा है युगो से तुम्हरे बसेरे,
साई तुम हो पिता तुम ही माता
Sai you are the father, you are the mother,
You are the giver and creator of me,
Baba is in the temple of my heart, you have lived since ages,
Sai you are the father, you are the mother
You are Sai in my every mother-in-law, you are Sai in my faith,
My hope is made of you Sai in my every hope is you,
Naam Japti I am when you are away from my heart,
Baba is in the temple of my heart, you have lived since ages,
Sai you are the father, you are the mother
You showed the path of reverence, you taught me to be patient,
One is the master of the whole world, you only told me,
I remember your words,
far away from me,
Baba is in the temple of my heart, you have lived since ages,
Sai you are the father, you are the mother