सीता राम सीता राम
रम जाये रोम रोम में राम
हो गये पूरे चारों धाम ।। बचा न बाकी कुछ भी काम, सीता राम सीता राम । सीता राम
तुम हो तीन लोक के स्वामी, और हो घट-घट अन्तर्यामी । बनाते सब के बिगड़ें काम, सीता राम सीता राम ।। सीता राम
राम नाम में ही आराम, राम नाम ही सुख का धाम ।। देखो कितना मीठा नाम, सीता राम सीता राम । सीता राम
जपते जपते राम की माला, हो जा राम का ही मतवाला। पीओ राम नाम का रस , सीता राम सीता राम ।। सीता राम
कौशल्या दशरथ नन्दन राम, सब के जीवन धन राम । यही ध्यान रहे सुबह शाम, सीता राम सीता राम ।। सीता राम
Sita Ram Sita Ram
May Ram roam around in Rome All four Dhams are completed. There is nothing left to do, Sita Ram Sita Ram. Sitaram
You are the master of the three worlds, and you are the inner being of every moment. Making everyone’s work worse, Sita Ram Sita Ram. Sitaram
There is comfort in the name of Ram, the name of Ram is the abode of happiness. Look what a sweet name, Sita Ram Sita Ram. Sitaram
Chanting the rosary of Ram, become intoxicated with Ram. Drink the juice of Ram’s name, Sita Ram Sita Ram. Sitaram
Kaushalya Dashrath Nandan Ram, everyone’s life wealth Ram. Remember this in the morning and evening, Sita Ram Sita Ram. Sitaram