चरणों में बाबा तेरे रहे मेरा मन,
शाम सवेरे करू सिमरन तेरा,
आखियो को मिले हरी दर्शन तेरा,
चरणों में बीते अब जीवन मेरा,
चरणों में बाबा तेरे रहे मेरा मन
तुम्हने ही बाबा मेरी जिंदगी सवारी है,
फसी मझधार में नैया हमारी है,
तेरी ही तो दुआ से खिला आसान मेरा,
शाम सवेरे करू सिमरन तेरा,
ऐसे पाई किरपा जैसे तरवर की छाया है,
रोग शोक मिटे हुई कंचन काया है,
फूलो से भर दिन दामन मेरा,
शाम सवेरे करू सिमरन तेरा,
बाबा तुमने हम को बड़े नाजो से पाला है,
गम के आन्ध्रों में भी तुमसे उजाला है,
घर में लगाओ मेरे पावन फेरा
शाम सवेरे करू सिमरन तेरा,
मन को लुभाये झूठे जग की ये माया है,
गुरु के ज्ञान से ही जीवन बच पाया है,
कमल का कपिल पूरी जीवन मेरा,
शाम सवेरे करू सिमरन तेरा,स्वरपूनम यादव
Baba at your feet is my mind,
Will do Simran Tera in the evening,
Your eyes get green vision,
Now my life passed in the feet,
Baba your mind at the feet
You are my life’s ride, Baba
Our boat is in the middle of the middle,
It’s easy to feed mine with your blessings,
Will do Simran Tera in the evening,
Such a pie is the shadow of a tarwar,
Sickness is the eroded body of mourning,
My day full of flowers,
Will do Simran Tera in the evening,
Baba, you have brought us up with great care,
There is light from you even in the clouds of sorrow,
Put my holy pheras in the house
Will do Simran Tera in the evening,
It is the illusion of a false world to tempt the mind,
Life has been saved only by the knowledge of the Guru.
Kamal ka kapil my whole life,
Swarpoonam Yadav, Karu Simran Tera in the evening