तर्ज : फूल तुम्हे भेजा है खत में
श्याम हमारे दिल से पूछो कितना तुमको याद किया,
याद में तेरी मुरली वाले जीवन यूँ ही गुजार दिया ।
देखी तेरी भोली सूरत, हम भी तो धोखा खा ही गए ।
तेरी मोहन मीठी मीठी बातों में हम आ ही गए ।
हार गए जीवन में सब कुछ फिर भी तेरा नाम लिया ॥
श्याम हमारे दिल में…
करता हूँ मैं विनती मोहन याद हमेशा तुम आओ ।
हो जो सके तो तुम ही मोहन मेरे दिल में बस जाओ ।
भूल हुई तुझे समझ ना पाया, इस दिल ने लाचार किया ॥
श्याम हमारे दिल में…
अब तो आ ही जाओ मोहन, इतना ना हमे तरसाओ ।
दर्श तेरे की प्यासी अँखियाँ, इन की प्यास बुझा जाओ ।
छोड़ के इस दुनिया को तेरे चरणों से ही प्यार किया ॥
श्याम हमारे दिल में…
जनम जनम का तुझ से नाता, ये हम भूल ना पाएंगे ।
तुम ही बता दो तुम्हे छोड़ कर, और कहाँ हम जाएंगे ।
तुमने ही अपने भक्तो का हर पल ही उपकार किया ॥
श्याम हमारे दिल में…
Pattern: Flowers have been sent to you in the letter
Shyam ask from our heart how much did you miss,
In remembrance of your murli, I just spent my life.
Saw your innocent face, we too were deceived.
We have come in your sweet sweet talk.
Lost everything in life, still took your name.
Shyam in our heart…
I pray you always come to remember Mohan.
If you can, then only you, Mohan, stay in my heart.
I forgot, could not understand you, this heart was helpless.
Shyam in our heart…
Come now, Mohan, don’t make us yearn so much.
See your thirsty eyes, quench their thirst.
Leaving this world I have loved only by your feet.
Shyam in our heart…
Janam Janam’s relationship with you, we will not be able to forget this.
Only you tell me, leaving you and where we will go.
You have done your devotees every moment.
Shyam in our heart…