हो तूफानों की रात चाहे धूप या बरसात
वो ना छोड़ेगा साथ बाबा कास के पकडे हाथ
जब को बात बिगड़ जाए जब तू अकेला पड़ जाए
तब देगा साथ तेरा वो सांवरा
दुनिया में कोई अपना जब तुझको ना नज़र आये
तब देगा साथ तेरा वो सांवरा
झूठी दुनिया की रस्में जब कुछ भी ना हो बस में
कह देना इसे मन की निभाएगा सारी कसमें
जब को बात बिगड़ जाए जब तू अकेला पड़ जाए
तब देगा साथ तेरा वो सांवरा
दुनिया में कोई अपना जब तुझको ना नज़र आये
तब देगा साथ तेरा वो सांवरा
जिसने भी किया यकीन भरोसा टूटने दिया नहीं
नहीं ऐसी सरकार कहीं गिन्नी श्याम सा यार नहीं
जब को बात बिगड़ जाए जब तू अकेला पड़ जाए
तब देगा साथ तेरा वो सांवरा
दुनिया में कोई अपना जब तुझको ना नज़र आये
तब देगा साथ तेरा वो सांवरा
Be it the night of storms, whether it’s sunny or rainy
He will not leave the hands of Baba Kas
When things go wrong, when you are alone
then will give you that samvara with you
When no one in the world can see you
then will give you that samvara with you
Rituals of the false world when nothing is in the bus
Saying it will fulfill all the vows of the mind
When things go wrong, when you are alone
then will give you that samvara with you
When no one in the world can see you
then will give you that samvara with you
Whoever believed did not let the trust break
No, there is no such government as Ginni Shyam sa yaar
When things go wrong, when you are alone
then will give you that samvara with you
When no one in the world can see you
then will give you that samvara with you