तेरे दर्श को अखियां प्यासी,
दर्शन दो साई नाथ,
भोर बई चिड़ियाँ चेह चहाये,
बैठी हु तेरे द्वार,
इक झलक जो तेरी देखु बेडा लगा दो पार,
तेरे दर्श को अखियां प्यासी,
पलके बिशा के राह निहारु आ जाओ साई नाथ,
ताने है मारे मुझको दुनिया लाज है तेरे हाथ,
तेरे दर्श को अखियां प्यासी,
अशवन की बतियाँ सुन लेता,
साई मेरे नाथ सबके बिगड़े काज बनाये,
मेरी भी सुन फर्याद,
तेरे दर्श को अखियां प्यासी,
छोड़ गये सब संगी साथी तेल बिना जैसे हो बाती,
तो न मुझको यु ठुकराना तू ही मेरा भगवान,
तेरे दर्श को अखियां प्यासी,
Your eyes are thirsty for your sight,
Darshan Do Sai Nath,
Birds love faces by dawn,
I am sitting at your door
I have a glimpse of your life,
Your eyes are thirsty for your sight,
Come on the way to Bisha, Sai Nath,
I have taunted you, the world is ashamed of your hands,
Your eyes are thirsty for your sight,
would hear the ashvan’s bells,
Sai Mere Nath make everyone spoiled,
Listen to me too
Your eyes are thirsty for your sight,
All the fellow comrades who left without oil wicked,
So don’t reject me, you are my God,
Your eyes are thirsty for your sight,