तेरे द्वार के लाख दीवाने दीवाने तेरे द्वार के लाख दीवाने,
खड़े है रानी कर जोड़ के है खड़े है रानी कर जोड़ के कर जोड़ के,
तेरे द्वार के लाख दीवाने
तेरे दर्श के नैन दीवाने खड़े है रानी कर जोड़ के कर जोड़ के,
तेरे द्वार के लाख दीवाने…
माये उचे भवन में विराजे सवाली तेरे द्वार खड़े,
तेरे दर्शन के अविनाशी हां माँ मन में आस बड़ी,
हम जायेगे न दर से खाली रहे गे कर कर जोड़के,
तेरे द्वार के लाख दीवाने…….
माई संतोषी जग जगनी जन मन संतोष भरे,
माई देखे कई हमने द्वारे द्वार पर नही देखे हम इसे,
यहाँ पल में मुराद हो पूरी तो कैसे जाए दर छोड़ के दर छोड़ के ,
तेरे द्वार के लाख दीवाने
Million fans of your door, lakhs of fans of your door,
The queen is standing by adding tax, the queen is standing by doing tax addition,
your door ke lakh lovers
The nine crazy people of your vision are standing,
Lakhs of fans of your door…
Maye, who sits in the high building, is standing at your door,
The imperishable yes mother of your darshan, there is hope in my mind,
We will go or stay empty at the rate, by adding tax,
Lakhs of fans of your door…….
May my santoshi jag jagni people’s mind be filled with contentment,
I see many, we did not see it at the door, we saw it,
Here, if your wish is fulfilled in a moment, then how to go, leave the rate at the rate,
your door ke lakh lovers