सब राह बंद पड़ जाती हैं,
तब एक सहारा होता है,
जब कोइ न संगी साथी हो,
गोविंद हमारा होता है,
जब टूटे हों हम बिखरे हों,
दुनिया के सब जंजालों से,
ऐसे में आकर थाम ले जो,
वो साथी हमारा होता है,
जिसने भी दिल से सौंप दिया,
खुद को गोविद के हाथों में,
फिर माने या न माने वो,
गोविंद का प्यारा होता है।।
All roads are closed Then there is a support, When there is no companion, Govind is ours,
When we are broken we are scattered, from all the nets of the world, Come and hold me in such a way that That companion is ours,
Whoever handed over from the heart, Himself in the hands of Govid, Then whether he believes or not, Beloved of Govind.