वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे,
सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे,
सूद लेता मेरा सवारिय रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे,
वृन्दावन कैसी नगरिया रे ….
वृन्दावन जो भी आता है अपना भाग्य जगाता है,
श्याम के दर्शन करके वो तो जीवन सफल बनता है,
होती उसपे नजरिया रे सूद लेता मेरा सांवरिया,
वृन्दावन कैसी नगरिया रे …………..
उसका दिल दीवाना हो जाता ब्रिज गलियों में जो जाता है,
नाम की मस्ती चढ़ जाती है वो मस्ताना हो जाता है,
खुली मन की कावड़िया रे सूद लेता मेरा सांवरिया रे,
वृन्दावन कैसी नगरिया रे …………….
दिल की बजी लगा बेठी है सुनीला दर पे आ बेठी है,
भूल के झूठी इस दुनिया को श्याम को मन में वासा बेठी है,
तेरे दर पे उमरिया रे सूद लेता मेरा सांवरिया रे,
सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे,
वृन्दावन कैसी नगरिया रे …………
Vrindavan Kaisi Nagariya Re Vrindavan Prem Nagariya Re,
Shyam Saawariya Ray takes the interest of all the devotees.
My savior re Vrindavan Prem nagariya re,
What is the city of Vrindavan?
Whoever comes to Vrindavan awakens his destiny,
By seeing Shyam, he becomes successful in life.
My Saawariya would have taken a look at him,
What is the city of Vrindavan …………..
His heart becomes crazy, the bridge that goes in the streets,
The name’s fun goes up, it becomes mastana,
Open mind ki kavadiya re sud leta mera saawariya re,
What is the city of Vrindavan………….
The heart has been ringing, Sunila is sitting at the rate,
By mistake, this world is lying in the mind of Shyam,
Tere Dar Pe Umaria Re Sood Leta Mera Saawariya Re,
Shyam Saawariya Ray takes the interest of all the devotees,
What is the city of Vrindavan?…………