भाजे रे संख और नगाड़े यशोदा के घर लला पधारे,
लला पधारे प्यारे कान्हा पधारे,
भाजे रे संख और नगाड़े यशोदा के घर लला पधारे,
भादों की अष्टमी रात अंधियारी
प्रगटे है कान्हा मैं जाऊ बलिहारी
घर घर में थाल भजा रे यशोदा के घर लला पधारे,
प्रभु ने ले अवतार लीला रचाई
सारी ब्रिज नगरी में बट ती वधाई,
जागे है जागे है भाग्य हमारे
यशोदा के घर लला पधारे,
देवकी पुत्र को यशोदा ने पाला
वासुदेव सूत है बना नन्द लाला
धरती को धन्ये किया रे
यशोदा के घर लला पधारे,
सांवरी सूरत आदत मन को लुबाती,
कान्हा की मुश्कान रस बरसाती
चोखानी गूंजे रे जय कारे
यशोदा के घर लला पधारे,
Bhaje re Sankh and the drums came to Yashoda’s house.
Lala come dear Kanha,
Bhaje re Sankh and the drums came to Yashoda’s house.
Bhadon ki Ashtami night dark
Kanha is revealed, I will go to Balihari
From house to house, Thal Bhaja Re came to Yashoda’s house.
Lord created the incarnation leela
But ti marriage in the whole bridge city,
Our fate is awake
Lala came to Yashoda’s house.
Yashoda brought up Devaki’s son
vasudev yarn is made by nand lala
blessed the earth
Lala came to Yashoda’s house.
Savari Surat habit lulls the mind,
Kanha’s smile makes juice rain
Chokhani Gunge Re Jai Kare
Lala came to Yashoda’s house.