झोली भरता यहाँ आके संसार है,
ये साई धाम है साई धाम है,
पूरी करता मुरादे जो हर बार है ये साई धाम है हा साई धाम है,
सच है साई रेहमत की तस्वीर है,
हर दम दयालु रहे साई वो पीर है,
चौकठ पे आके जो सिर को झुकाये पल भर में उसकी बदले ये तकदीर है,
यहाँ बिगड़ा हुआ बनता हर काम है,
ये साई धाम है ये साई धाम है,
बाबा से मैंने जो आस लगाई,
सजदा काबुल किया बात है बनाई,
जितना था मंगा मैंने जयदा ही पाया साई ने आके मेरी लाज बचाई,
अब तो जीवन मेरा साई के नाम है,
ये साई धाम है हा ये साई धाम है,
नादा है अश्क जो भी बहाये,
बाबा ने रेहमत के है ढेर लगाए,
दमन भी छोटे पड़े साई के द्वार पे साहिल को देखो वो भी पहला न समाये,
मेले लगते या सुबह और शाम है
ये साई धाम है ये साई धाम है,
The world comes here to fill the bag,
This is Sai Dham, this is Sai Dham.
Fulfills the wishes which are there every time, this is Sai Dham, Ha is Sai Dham,
True Sai Rehmat’s picture is,
Be kind at all times, Sai he is Pir,
The one who bows his head on the square, in a moment, this is the fate instead of him,
Here everything is going to be spoiled,
This is Sai Dham This is Sai Dham
The hope I had from Baba,
Sajda Kabul is the thing that has been made,
I found more than I asked for Sai came and saved my shame,
Now my life is in the name of Sai,
this is sai dham yes this is sai dham
Nada is the tear, whatever sheds,
Baba has heaped heaps of rehmat,
Daman is also small, look at Sahil at Sai’s door, that too he should not be the first,
fairs are held or morning and evening
This is Sai Dham This is Sai Dham