हे मुरारी ! तेरा नाम ही असली आरती है।
तेरा नाम ही सच्चा स्नान और तीर्थ है।
हरी के नाम के बिना सारे कर्म झूठे,
फोकट और व्यर्थ हैं। हे परमात्मा,
तेरा नाम ही पवित्र आसन है, तेरा नाम
ही उरसा यानि चंदन घुमाने वाला
पत्थर और तेरा नाम ही केसर है,
जिसका मैं छिंटा देता हूं। तेरा नाम ही
पवित्र जल है, तेरा नाम ही चंदन है।
तेरे नाम का सिमरन करना ही चंदन
घिसकर तूझे चड़ाना है। तेरा पवित्र
नाम ही दीपक है। नाम ही बाती है।
तेरे नाम का ही दीपक में तेल डाला है।
तेरे नाम की ही जोत से दीपक रोशन
किया है। जिस कारण सारे भवनों
में प्रकाश हो गया है और अभिमान रूपी अन्धेरा नहीं रहा।
तेरा नाम ही धागा है। तेरे नाम रूपी फूल
पिरोकर माला गूंथी है, क्योंकि फूल
तो भौरें ने झूठे कर दिए हैं, इसलिए तेरा
पवित्र नाम ही तेरे लायक है। आपकी
दी हुई वस्तुएं आप ही को क्या भेंट करूं ?
तभी तेरे नाम का पवित्र चौहर चंवर
तेरे सीस पर झूलता है। चारों खाणियां
यानि अण्डज, जेरज, सेतज और उतभुज
से पैदा हुए संसार में 18 पुराणों की विधि
के मुताबिक, 18 तीर्थों पर जाकर लोग
दीपक, फूल आदि भेंट करके तेरी आरती
करते हैं यानि कि लोग आपको आपकी
ही दी हुई वस्तुएं भेंट करके खुश करने का प्रयत्न करते हैं। परन्तु रविदास तेरा नाम
जपना और तेरे नाम की ही आरती को सच्ची आरती समझता है। बाकी सभी आरतियां फोकट और जगत दिखावा है। हे परमात्मा जी ! मैंने आपको आपके नाम का ही भोग लगाना ठीक माना है।
Hey Murari! Your name is the real Aarti. Your name is the true bath and pilgrimage. All actions without the name of Hari are false, futile and futile. O God! Your name is the sacred seat, your name is Ursa, the stone that rotates the sandalwood and your name is the saffron, which I sprinkle. Your name is holy water, your name is sandalwood. Chanting your name is like grinding sandalwood and offering it to you. Your holy name is the lamp. The name itself is the wick. I have put oil in the lamp of your name only. I have lit the lamp with the light of your name only. Due to which all the buildings have become light and there is no darkness in the form of pride.
Your name is the thread. The garland is woven by threading flowers in the form of your name, because the flowers have been made false by the bumblebees, so only your holy name is worthy of you. What should I gift the things given by you to you? That’s why the holy chauhar (chawar) of your name swings on your sis. According to the method of 18 Puranas in the world born from the four mines i.e. Andaj, Jeraj, Setaj and Utbhuj, people go to 18 pilgrimages and offer lamps, flowers etc. Let’s try But Ravidas considers chanting of your name and aarti of your name as true aarti. All other aartis are just a show off and the world is a show off. Oh God! I have considered it right to offer you food in your name only.