कुछ समय अपने लिए निकालो बैठ कर अपने अन्तर्मन से अपने लिए बात करो। कोई भी समस्या हो जब उसके बारे में परिवार के सदस्यों से बात करते हैं। तब वह समस्या आपकी और जटिल हो जाएगी। लेकिन जब अपने अन्तर्मन से बात करोगे तब आप समस्या से ऊपर उठ जाओगे। दिल हल्का हो जाएगा। एक नई उमंग का आगमन होगा। मन में चैन और शांति होगी। अन्तर्मन से मुस्कराओगे। मै क्या चाहता है। मुझे दुख किस बात का है। मैंने गृहस्थ जीवन में कार्य को समय और कर्तव्य निष्ठा से किया है। जीवन में इच्छाओं का निचोड़ नहीं है। आज मै समय के अनुसार ढलना जानता हूं। अन्य से सुख की आशा आपको धरातल पर ले आती है। आप अपने कार्य को अपनी नजर से देखोगे तभी परिवर्तन ला सकते हो। हम कार्य करते हुए बोलते हुए बहुत सी mistake करते हैं लेकिन उन में सुधार करना नहीं चाहते हैं। जब हम अपने आप से यह question करते हैं कि क्या मैं सबकुछ ठीक कर रहा हूं तब अपना मन कहता है नहीं मुझसे गलती बहुत हुई है फिर हम कार्य को सोच समझकर करते हैं जीवन में कुछ समय अपने आप से बात करके हम जीवन को सुखमय बना सकते हैं।अपने आप से बात करते हुए परिजनों के विचार सम्मलित न करे। उस समय बस आपके अपने जीवन से सम्बन्धित अपने मन में विचार हो। परिवारिक सदस्यों से जितनी अधिक ऊपेक्षा करोगे उतने दुखी होगे। अपने कार्य को अपने आप करने की habits हमारे जीवन को शान्त और सुखमय बनाती है हम जीवन मुल्य को तभी समझ सकते हैं जब अपने आप कार्य करेगे। हम कितना ही इकट्ठा करले मन भरने वाला नहीं है। मन को जब तक समझाते नहीं तब तक भटकते रहोगे। आज का समय ऐसा आया है सभी कार्य से जिम्मेदारी से भागना चाहते हैं। आज हर व्यक्ति ओर ओर प्राप्त करने मे लगा हुआ है लेकिन जीवन को शान्ति पुरवक वह स्वयं जीना नहीं चाहता है। क्योंकि मेरा जीवन है। मै बहुत सुख भोग लु के विचार युवा पीढ़ी में पनपने लगे हैं। इस ओर ओर की चाहत में वह अपनी जिम्मेदारी अपने कर्तव्य को भुलाना चाहता है। मै और मेरापन मेरा जीवन सर्वोपरि हो गया है। क्या यह सच्चे सुख का मार्ग है जय श्री राम अनीता गर्ग
Take some time out for yourself, sit down and talk to your inner self. When there is any problem, talk to the family members about it. Then your problem will become more complicated. But when you talk to your inner self, then you will rise above the problem. The heart will lighten. A new zeal will arrive. There will be peace and tranquility in the mind. You will smile deeply. what i want What am I sad about? I have done the work in household life with time and duty faithfully. There is no squeeze of desires in life. Today I know how to adapt to the times. The expectation of happiness from others brings you to the ground. If you look at your work with your own eyes, then only you can bring change. We make many mistakes while speaking while working but do not want to rectify them. When we ask ourselves this question whether I am doing everything right, then our mind says no, I have made a lot of mistake, then we do the work thoughtfully, talking to ourselves for some time in life, we make life happy. Do not include thoughts of family members while talking to yourself. At that time just have thoughts in your mind related to your own life. The more you neglect family members, the more unhappy you will be. The habit of doing our work on our own makes our life peaceful and happy, we can understand the value of life only when we work on our own. No matter how much we collect, it is not enough to fill our hearts. Until you explain to the mind, you will continue to wander. Today’s time has come such that everyone wants to run away from responsibility. Today every person is engaged in achieving more, but he himself does not want to live life peacefully. Because it’s my life. The thoughts of me enjoying a lot of happiness have started flourishing in the younger generation. In the desire of this side, he wants to forget his responsibility, his duty. Me and my self have become paramount in my life. Is this the path to true happiness Jai Shri Ram Anita Garg