हमे देश और राष्ट्र में शान्ति की स्थापना के लिए भक्ति भाव को बढ़ावा देना होगा। प्रेम से पथ को सिंचना होगा। देश में प्रभु प्रेमी बहुत है। जब जब धर्म की हानि हुई है प्रभु प्रेमी ने आकर हाथ थामा है। मै दिन रात यही प्रार्थना प्रभु से करती हूँ।
जब जब दर्शन का अहसास होता है मै भगवान से पृथ्वी माता की रक्षा की प्रार्थना किया करती हूँ।देश की दशा पर नयन नीर बहाते हैं ।फिर प्रभु प्राण नाथ के सामने नतमस्तक होती हूं। और सोचती कभी न कभी तो भगवान मेरी प्रार्थना को स्वीकार करेंगे। भगवान से जो कर देना। नर और नारी को शान्ति का पाठ पढ़ा देना जय श्री राम
अनीता गर्ग
Whenever there is a feeling of darshan, I pray to God to protect Mother Earth. Nayan and neer shed on the condition of the country. Then I bow down in front of Lord Pran Nath. And thought that at some point or the other, God would accept my prayer. Do whatever you want with God. Teach the lesson of peace to men and women Jai Shri Ram Anita Garg