🕉 नम: शिवायश्री गुरु चरणकमलेभ्यो नमःॐ श्री काशी विश्वनाथ विजयते सर्वविपदविमोक्षणम्
मही पादाघाताद् व्रजति सहसा संशयपदं
पदं विष्णोर्भ्राम्यद् भुज-परिघ-रुग्ण-ग्रह-गणम्।
मुहुर्द्यौर्दौस्थ्यं यात्यनिभृत-जटा-ताडित-तटा
जगद्रक्षायै त्वं नटसि ननु वामैव विभुता।।
अर्थ:— हे नटराज! जब संसार कल्याण के हित के हेतू आप तांडव करने लगते हैं। तो आपके पाँव के नीचे धारा कंप उठती हैं। आपके हाथों के परिधि से टकराकर ग्रह नक्षत्र भयभीत हो उठते हैं। विष्णु लोक भी हिल जाता है। आपके जटा के स्पर्श मात्र से स्वर्गलोक व्याकुल हो उठता हैंं। हे महादेव! आश्चर्य है कि अनेकों बार कल्याणकारी कार्य भी भय उत्पन्न करते हैं।
विष्णोः राम कुमारस्य कपर्दि जयिनोपि च मोहिन्य इव मोहार्थं संस्थिता परमाद्भुताः॥ *श्री माधुर्यकेलि कादम्बिनी*
मङ्गल हो आप सभी अध्यात्म मार्ग के पथिकों का महादेव ॐ मङ्गल प्रभात
अर्थ:— कामदेव को भी जीतने वाले जो श्री शंकर जी हैं, उनको भी विमोह में डालने वाले श्री विष्णु जी हैं, उनको भी रमाने वाले जो श्रीराम जी हैं उनको भी विमोहित करने के लिए ये सब सखियाँ क्या परम अद्भुत मोहिनी हैं? *“सब ते सेवक धर्म कठोरा”*
🕉 Ome: ShivayaShri Guru Charankamalebhyo NamahOm Sri Kashi Vishwanath Vijayate Sarvavipadavimokshana
The earth suddenly moves from the kick of the foot to the stage of doubt The footsteps of Vishnu rotate with arms, clubs, sick planets.
Again and again the sky goes to the midst of the unsteady matted hair and the beaten bank You are indeed acting to protect the world, O mighty one.
Meaning :- O Nataraj! When in the interest of the welfare of the world, you start doing Tandav. So the stream trembles under your feet. Planets and constellations get frightened by hitting the periphery of your hands. Vishnu Lok also gets shaken. Heaven gets disturbed just by the touch of your hair. O Mahadev! It is surprising that many times welfare works also generate fear.
O Rama even the conquerors of Kaparda and the prince of Visnu are wonderful like bewitching women who are ready to deceive *Sri Madhuryakeli Kadambini*
Good luck to all of you pilgrims on the spiritual path, Mahadev Om Mangal Prabhat
Meaning:- The one who conquers even Kamdev, Shri Shankar ji, the one who bewitches him is Shri Vishnu ji, the one who pleases Shri Ram ji, are all these friends the ultimate wonderful charms to bewitch them too? “Sab te servak dharma harsha”*