मेरे प्रभु कब तुम मेरे सामने होंगे ।मै अपने आप को भुल जाऊंगी। शरीर शिथिल पङ जाएगा ।मै तुम्हारे चरणों में खो जाऊंगी। वाणी मौन हो जाएगी ।क्योंकि जिसकी जन्मों से प्यास थी वे मेरे स्वामी भगवान् नाथ श्री हरि को मै आज साक्षात दर्शन कर रही होंगी समय ठहर जाएगा।
प्रभु प्राण नाथ से मिलन के लिए एक पल के लिए भी थमे नहीं एक पल के लिए रूके नहीं ठहर ठहर कर उंमग जगती रहे।
कैसे मेरे स्वामी भगवान् के साथ मिलन हो। कभी राम कहें कभी कृष्ण राधे कृष्ण कह कर पुकारूं
भगवान मुझे स्वर्ग से कोई वास्ता नहीं है मेरे नाथ मै आप को निहारना चाहता हूं मैं हर क्षण हर जन्म में आपकी भक्ति कर सकु जय श्री राम अनीता गर्ग
When will you be in front of me my lord. I will forget myself. The body will relax. I will be lost at your feet. The speech will become silent. Because those who were thirsty since births, they will be seeing my lord Bhagwan Nath Shri Hari, today I will have a direct darshan, time will stop. For meeting with Prabhu Pran Nath, he did not stop for a moment, did not stop for a moment, kept on scintillating. How to have union with my lord God. Sometimes I say Ram, sometimes I call Krishna Radhe Krishna Lord I have no relation with heaven, my nath, I want to see you, I can worship you every moment in every birth Jai Shri Ram Anita Garg