भारतीय गणना की श्रेष्ठता

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गणित में कोई भी संख्या 1 से 10 तक के सभी अंकों से नहीं कट सकती, लेकिन इस विचित्र संख्या को देखिये ..!
दरअसल, सदियों तक यह माना जाता रहा था कि ऐसी कोई भी संख्या नहीं है जिसे 1 से 10 तक के सभी अंको से विभाजित किया जा सके। लेकिन रामानुजन ने इन अंकों के साथ माथापच्ची करके इस मिथ को भी तोड़ दिया था। उन्होंने एक ऐसी संख्या खोजी थी जिसे 1 से 10 तक के सभी अंकों से विभाजित किया जा सकता है। यानी भाग दिया जा सकता है। यह संख्या है (2520)
संख्या 2520 अन्य संख्याओं की तरह.. वास्तव में एक सामान्य संख्या नही है, यह वो संख्या है जिसने विश्व के गणितज्ञों को अभी भी आश्चर्य में किया हुआ है ..!!
यह विचित्र संख्या 1 से 10 तक प्रत्येक अंक से भाज्य है।
ऐसी संख्या जिसे इकाई तक के किसी भी अंक से भाग देने के उपरांत शेष शून्य रहे, बहुत ही असम्भव/ दुर्लभ है- ऐसा प्रतीत होता है .. !!
अब निम्न सत्य को देखें :
2520 ÷ 1 = 2520
2520 ÷ 2 = 1260
2520 ÷ 3 = 840
2520 ÷ 4 = 630
2520 ÷ 5 = 504
2520 ÷ 6 = 420
2520 ÷ 7 = 360
2520 ÷ 8 = 315
2520 ÷ 9 = 280
2520 ÷ 10 = 252

महान गणितज्ञ अभी भी आश्चर्यचकित है : 2520 वास्तव में एक गुणनफल है 《7 x 30 x 12》का।
उन्हे और भी आश्चर्य हुआ जब प्रमुख गणितज्ञ द्वारा यह संज्ञान में लाया गया कि संख्या 2520 हिन्दू संवत्सर के अनुसार…
एकमात्र यही संख्या है, जो वास्तव में उचित बैठ रही है:
जो इस गुणनफल से प्राप्त है :
सप्ताह के दिन (7) x माह के दिन (30) x वर्ष के माह (12) = 2520
यही है भारतीय गणना की श्रेष्ठता!

यही कारण है कि विदेशियों ने दिनों और महीनों के नाम तो बदल दिए पर संख्याओं को बदलना उनके लिए संभव ना हो सका.

🙏🙏सनातन धर्म की जय हो🚩

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