अजमलजी न दर्शन दीन्हा, कृष्ण मिल्या समुन्द्र माही
मांग मांग रे भगत हमारा, अब कर दया तेरी मन चाही
हाथ जोड़ अजमलजी बोल्या, अरज सुणो यदुराई
वचन देवो पृथ्वी का मालिक, बिना वचन मांगू नाहीं
ब्रह्मा वाचा शंकर वाचा, चांद सूरज वचना माई
जे तेरा कारज ना सारा तो, फेर मान ल्यो झूठा ही
हाथ जोड़ अजमलजी बोल्या, सुण ठाकुर मेरा साईं
आप सरिसा पुत्र हमारे, घर आओ रमणा तांई
मेरे सरिसा पुत्र बावला दुनियां म जलमे नाहीं
तीन लोक का नाथ कहिजूं, या के बात कही भाई
के तो ठाकुर वचन हार गया, प्राण तजूं समदर मांही
के भगतां के घरां पधारो, अजमलजी आ फ़रमाई
करया वचन म्हे कदे न हारा, भगवत घर रीति या ही
दसवें महीने तवरयां म आवां, इसमें फर्क रत्ति नाहीं
बालक होय पालणे आया ,पूरा वचन करणै तांई
धरती अम्बर रहसी तजरत , बाजाला अजमल का ही
आप निरंजन तपे रुणिचे, परचा दे कलयुग माही
“चन्द्रो बारठ” बिड़द बखाने, लालदास गुरु दरसाई
Ajmalji Na Darshan Dinha, Krishna Millya Samudra Mahi
Mang Mang Re Bhagat ours, now do mercy, your mind wants
Ajmalji Bolya with folded hands, Araj listen Yadurai
God of words is the master of the earth, without asking for a promise,
Brahma Vacha Shankar Vacha, Chand Suraj Vachan Mai
Je tera karaj na sara toh, fer maan lyo liar hi
Ajmalji Bolya with folded hands, Sun Thakur Mera Sai
You are the son of Sarissa, come home Ramana Tai
My daughter-in-law is not in water in the mad world
Nath Kahijun of the three worlds, or brother said
That’s why Thakur lost his promise
Ajmalji came to the house of Bhagatan
I never lost my promise, it was the custom of the house of God.
In the tenth month, there is no difference
The child came to raise Hoy, the whole promise was made
Earth Amber Rahasi Tajrat, Bajala belongs to Ajmal only
You Niranjan Tape Runiche, Parcha De Kalyug Mahi
“Chandro Barath” Bird Bakhane, Laldas Guru Darsai