संत अफ्ररायतका जीवन अत्यन्त सरल था, वे बड़ी पवित्रतासे रहते थे। अपनी जन्मभूमि फारसका परित्याग कर वे सीरिया चले आये थे। नगरके बाहर सदा एक छोटी-सी गुफामें निवास कर वे भगवान्का चिन्तन किया करते थे। वे सूर्यास्तके बाद केवल एक छोटी-सी रोटी खा लेते थे और चटाईपर सोते थे। उनका पहनावा केवल एक मोटा-सा कपड़ा था।
एक दिन वे अपनी गुफाके बाहर बैठे हुए थे कि अन्थेमियस उनसे मिलने आया। वह कुछ दिनों तक फारसमें राजदूत था। संतको भेंट देनेके लिये अपने साथ फारससे एक सुन्दर वस्त्र लाया था
‘यह आपके देशकी बनी हुई वस्तु है। इसे सहर्ष ग्रहण कीजिये।’ अन्थेमियसने निवेदन किया।’क्या आप इसे ठीक समझते हैं कि एक पुराने स्वामिभक्त नौकर-सेवकको इसलिये निकाल दिया जाय कि दूसरा नया आदमी अपने देशसे आ गया है ?’ संतने अपने प्रश्नसे अन्थेमियसको आश्चर्यचकित कर दिया।
‘नहीं, ऐसा करना कदापि उचित नहीं है।’ राजदूतने गम्भीरतापूर्वक उत्तर दिया।
‘तो फिर अपना वस्त्र वापस लीजिये। मैंने जिस वस्त्रको सोलह सालोंसे अनवरत धारण किया है उसके रहते दूसरा नहीं रख सकता। मेरी आवश्यकता इसीसे पूरी हो जायगी।’ संतकी पवित्र अपरिग्रह वृत्ति मुखरित हो उठी। वे अपनी गुफाके भीतर चले गये। – रा0 श्री0
The life of Saint Afrayat was very simple, he lived with great purity. He had come to Syria after leaving his native land of Persia. He always meditated on God by living in a small cave outside the city. He used to eat only a small piece of bread after sunset and slept on a mat. His clothing was only a thick cloth.
One day he was sitting outside his cave when Anthemius came to visit him. He was ambassador in Persia for a few days. brought a beautiful cloth with him from Persia to present to the saint
‘This is a country made item. Accept it gladly. Anthemius pleaded. ‘Do you think it right that an old loyal servant should be dismissed because another new man has come from his country?’ The saint surprised Anthemius with his question.
‘No, it is never right to do so.’ The ambassador replied seriously.
‘Then take your clothes back. The cloth which I have worn continuously for sixteen years, no one else can keep it. My need will be fulfilled by this only. The saint’s holy attitude of non-attachment became vocal. They went inside their cave. – Ra0 Mr.0