एक पढा लिखा, अनुभवी व्यक्ति एक बार कार से यात्रा कर रहा था। दिन के दोपहर में सुनसान जगह पर एक पुल पार करते समय पुल के बीचो-बीच उसके कार का एक पहिया पंचर हो गया। वह कार से उतरा, अपनी स्टेपनी निकाली और पंचर पहिये को खोला। उसी समय खोले गये पहिये के सभी नट पुल से नीचे पानी में में गिर गए। अब वह बहुत चिंतित हो गया क्योंकि दूर दूर तक कोई मैकेनिक की दुकान नहीं थी। वह बहुत ही हताश, निराश यह सोचने लगा कि अब घर कैसे पहुँचेगे। पसीने से तर उसे कुछ सूझ नहीं रहा था, तब तक उधर से गुजरता एक किसान दिखाई दिया।
कार मालिक ने किसान से जानकारी ली, कि आस-पास कोई मैकेनिक उपल्ब्ध है कि नहीं। किसान ने बताया कि यहाँ से दस किलोमीटर दूर एक दुकान है, जहाँ पहिये का नट मिल सकता है।
वह समझदार व्यक्ति सोचने लगा कि दस किलोमीटर दूर जायेगें कैसे?
किसान ने कहा कि कहो तो कार वहाँ तक ले जाने का कुछ उपाय बतायें। वह पढा लिखा आदमी मुस्कुराने लगा और कहा कि स्टेपनी के लिए जब तक नट न मिल जाय तब तक कार कैसे जायेगी?
किसान बोला कि जा सकती है, कहो तो उपाय बतायें। हार मानकर आदमी बोला अच्छा ठीक है बताओ..?
किसान बोला कि “तुम कार के तीनों पहियों से एक-एक नट खोलकर स्टेपनी वाले पहिये में लगा लो, और मैकेनिक के दुकान तक धीरे धीरे पहुँच जाओ।”
समझदार व्यक्ति भौचक्का रह गया। उसने किसान से पूछा कि,”मैं इतना परेशान था और तुमने इतनी आसानी से कैसे हल कर दिया..?”
किसान बोला “कार पंचर होने के बाद आप केवल समस्या के बारे में सोंच रहे थे, आप का दिमाग केवल समस्या पर केन्द्रित था जबकि… मैं समस्या के समाधान के बारे में सोच रहा था। यही हम दोनों के सोचने में अंतर था।”
सार—– सवाल करने वाले हमेशा सवाल करेगें और यदि आप प्रश्नों के उत्तर देने में उलझ गये तो समाधान कभी नहीं ढूंढ पायेगें। अत: लक्ष्य पर केन्द्रित रहें सफलता जरूर मिलेगी।
🙏🌹”जय श्री राम “🌹🙏
An educated, experienced person was once traveling by car. While crossing a bridge at a deserted place in the afternoon of the day, a wheel of his car got punctured in the middle of the bridge. He got down from the car, took out his stepney and opened the punctured wheel. At the same time all the nuts of the wheel which were opened fell into the water below the bridge. Now he became very worried because there was no mechanic shop far and wide. He was very desperate, disappointed and started thinking how will he reach home now. He was not able to understand anything due to sweat, till then a farmer was seen passing by.
The car owner inquired from the farmer whether any mechanic is available nearby or not. The farmer told that there is a shop ten kilometers away from here, where wheel nuts can be found.
That sensible person started thinking that how will he go ten kilometers away?
The farmer said tell me some way to take the car there. That educated man started smiling and said that how will the car go until the nuts are found for Stepney?
The farmer said that she can go, tell me the solution. Accepting defeat the man said ok ok tell me..?
The farmer said, “Unscrew one nut each from the three wheels of the car and put it in the stepney wheel, and reach the mechanic’s shop slowly.”
The wise man was taken aback. He asked the farmer,” I was so upset and how did you solve it so easily..?”
The farmer said “After getting the car punctured, you were only thinking about the problem, your mind was only focused on the problem whereas… I was thinking about the solution to the problem. That was the difference in our thinking.” Summary—– Questioners will always ask questions and if you get entangled in answering questions, you will never be able to find solutions. Therefore, stay focused on the goal, you will definitely get success.
🙏🌹”Jai Shri Ram”🌹🙏