🙏मां के पल्लू🙏🏻
गुरुजी ने कहा कि मां के पल्लू पर निबन्ध लिखो.. तो लिखने वाले छात्र ने क्या खूब लिखा…..“पूरा पढ़ियेगा आपके
गुरुजी ने कहा कि मां के पल्लू पर निबन्ध लिखो.. तो लिखने वाले छात्र ने क्या खूब लिखा…..“पूरा पढ़ियेगा आपके
एक बूढ़ा किसान अपने छोटे पोते के साथ पहाड़ों के बीच एक खेत में रहता था। हर सुबह उसके दादाजी
चाय बेचते थे मशहूर कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा:पिता लगाते थे चने का ठेला, भरपेट खाना भी नहीं मिलता था
राजेश एक सरकारी अफसर हैं। बहुत बड़ा सरकारी बंगला मिला हुआ हैं। नौकर चाकर आदि सब चीज की सुविधा हैं।
तस्वीर दिल्ली के एक साधारण टैक्सी चालक देवेन्द्र की है.देवेन्द्र मूलतः बिहार के रहने वाले हैं। एक दिन देबेन्द्र की
महाराज दशरथ को जब संतान प्राप्ति नहीं हो रही थी तब वो बड़े दुःखी रहते थे पर ऐसे समय में
एक दस साल का लड़का गिरिश गर्मी की छुट्टियों में अपने दादा जी के पास श्री डल्ला साहिब गाँव घूमने
मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार महाकवि माघ महाकवि माघ राजा भोज के राज्य में रहते थे।वह बहुत विद्वान् थे,लेकिन
एक राजा था जिसे पेटिंग्स से बहुत प्यार था. एक बार उसने घोषणा की कि जो कोई भी उसे एक
एक स्त्री थी जिसे 20साल तक संतान नहीं हुई।कर्म संजोग से 20वर्ष के बाद वो गर्भवती हुई और उसे पुत्र