हे कृष्णवदन हे मधुसूदन,घनश्याम कहे या मनमोहना।
नन्दलाल, गोविन्द गोपाल तेरे दर्शन को तरस रहे नैना।
श्यामल पंखी तेरा मोर मुकुट, गले माल वैजयन्ती सो रही। मस्तक पर कस्तूरी तिलकम्, अधरों पर मुरली डोल रही।
कानो में कुण्डल झलक रहे, तन पिताम्बर शोभायमान घना। हे कृष्णवदन हे मधुसूदन,घनश्याम कहे या मनमोहना।
कहीं रास रचा गोपियन संग में , कहीं गायें चराते मधुवन में। कहीं राधा संग में प्रणय करे, कहीं डोलते भक्तो के मन में।
अनुपम अपार तेरी लीला की, एक बार तु झलक दिखा देना। हे कृष्णवदन, हे मधुसूदन,घनश्याम कहे या मनमोहना।
हम हाथ जोड़े तेरे द्वार खङे, कब लोगे खबरिया हे भगवन। चरणो में तेरे भेट करे, घनश्याम तुझे ये तन मन धन।
सब माफ करो निर्गुण अवगुण, दर्शन दे प्यास बुझा देना। हे कृष्णवदन हे मधुसूदन,घनश्याम कहे या मनमोहना।
हे प्रकृत्ति पुरूष अन्तर्यामी, हे योगेश्वर हे करमेश्वर, हे जगतपिता ज्ञानी दानी, हे परमेश्वर, हे सर्वेश्वर।शरणागत तेरे भक्त सभी भव सागर पार लगा देना। हे कृष्णवदन हे मधुसूदन,घनश्याम कहे या मनमोहना
अनीता गर्ग
O Krishnavadan, O Madhusudan, is it called Ghanshyam or Manmohana.
Nandlal, Govind Gopal, eyes longing to see you.
Shyamal Pankhi, your peacock crown, Vaijayanti is sleeping around your neck. Kasturi Tilakam on the forehead, Murli was swaying on the lips.
The coils are visible in the ears, the body of the Pitambar is dense. O Krishnavadan, O Madhusudan, is it called Ghanshyam or Manmohana.
Somewhere Raas composed with Gopiyan, somewhere in Madhuvan grazing cows. Somewhere make love in the company of Radha, somewhere in the mind of the wavering devotees.
Anupam Apar Teri Leela, show me a glimpse once. O Krishnavadan, O Madhusudan, is it called Ghanshyam or Manmohana.
We stand at your door with folded hands, when will you get the news oh God. May Ghanshyam meet you at your feet, this body, mind and wealth.
Forgive everyone, nirgun demerits, quench your thirst by giving darshan. O Krishnavadan, O Madhusudan, is it called Ghanshyam or Manmohana.
Oh Prakriti Purush Antaryami, O Yogeshwar, O Karameshwar, O Father of the world, Knowledgeable donor, O Supreme God, O Supreme God. May all your devotees take refuge across the ocean. O Krishnavadan, O Madhusudan, is it Ghanshyam or Manmohana?