कबीर के गुरु थे रामानंद। कबीर उनको नाचते देखते। तंबूरा बजता है, रामानंद नाचते हैं। कबीर उनके पास बैठते हैं। उनसे बहते आनंद के झरने का स्पर्श होता है। उनकी मस्ती, उनकी समाधिस्थ आनंद की दशा, सोते-जागते रामानंद को सब रूपों में देखते हैं। उस रूप में धीरे-धीरे अरूप की भनक पड़ने लगती है। रामानंद के पास होते-होते राम के पास होने लगते। क्योंकि रामानंद यानी राम को पा कर मिला आनंद।
यह नाम बड़ा प्यारा है कबीर के गुरु का–रामानंद। जिसको मिल गया और जो उसके आनंद से भरा है। राम का पता नहीं है कबीर को, लेकिन रामानंद में घटे आनंद का पता है। वह घट रहा है। वह प्रतिपल बरस रहा है। वहां मेघ गरज ही रहे हैं। चहुं दिस दमके दामिनी। वहां तो बिजली चमक रही है। वह रामानंद के पास रोग लगता है। रामानंद संक्रामक बीमारी हो जाते हैं।
जैसे बीमारियां पकड़ती हैं, वैसे स्वास्थ्य भी पकड़ती है। और जैसे बीमारियां पकड़ती हैं और बीमारियों के कीटाणु होते हैं, वैसे ही स्वास्थ्य के भी कीटाणु होते हैं और वैसे ही परमात्मा की धुन भी पकड़ती है। क्योंकि वह परम स्वास्थ्य है।
रामानंद के पास एक नई पुलक उठने लगी। एक नई पुकार! कोई दूर से बुलाता है। पहचाना नहीं, जाना नहीं, लेकिन हृदय आंदोलित होता है। प्रीति लागी तुम नाम की। अभी तुम्हारा कुछ पता नहीं। अभी सिर्फ नाम सुना है। वह भी रामानंद से सुना है। लेकिन रामानंद में ऐसा घट रहा है, कि भरोसा आ रहा है कि वह नाम जरूर किसी का होगा। उसकी खोज करनी पड़ेगी।
आचार्य श्री रजनीश ओशो; कहै कबीर दिवाना
Kabir’s guru was Ramanand. Kabir watched them dancing. Tambura plays, Ramanand dances. Kabir sits near him. One is touched by the fountain of joy flowing from them. His frolic, his state of samadhi ecstasy, seeing Ramanand in all forms while sleeping and awake. Gradually, in that form, a glimpse of Arup begins to appear. By the time he became close to Ramanand, he started becoming close to Ram. Because Ramanand means happiness after finding Ram.
This is a very lovely name of Kabir’s Guru – Ramanand. The one who got it and who is full of its joy. Kabir does not know about Ram, but he knows about the joy in Ramanand. It is decreasing. It is raining every moment. The clouds are thundering there. Chahun this damke damini. There is lightning shining there. Ramanand seems to have a disease. Ramanand becomes infected with infectious disease.
Just as diseases catch hold, health also catches hold. And just as diseases catch and there are germs of diseases, similarly there are germs of health and similarly the passion of God also catches. Because that is ultimate health.
A new feeling started rising near Ramanand. A new call! Someone calls from a distance. Not recognized, not known, but the heart is agitated. I fell in love with your name. Nothing is known about you right now. Just heard the name. That too has been heard from Ramanand. But something is happening in Ramanand that one is confident that that name must be someone’s. Will have to search for him.
Acharya Shri Rajneesh Osho; Where Kabir is crazy