विनती सुनो घनराज सबा में वचाने लाज प्रभु जी मेरे आ जाना,
मेरे बिगड़े बनाने काज प्रभु जी आ जाना ,
ना चाहु मैं माल खजाना ना कोई महल अटारी,
मैं तो करू गुण गान तुम्हारा चाहु किरपा तुम्हारी,
तुम बिन कोई काम ना होता प्रथम पूजे गणराज,.
प्रभु जी मेरे आ जाना,
पिता तुम्हरे है त्रिपुरारी माँ गिरजा महारानी,
रिद्धि सीधी के तुम हो स्वामी चूहा तेरी सवारी,
विधान विनाशक तुम हो दाता हे गणपति महाराज,
प्रभु जी मेरे आ जाना,
आज भरे दरबार में भगवन हम को तेरा सहारा,
मन की आशा पुराण करदो सब ने तुझको पुकारा,
स्वर संगीत अमर हो मेरा रखने मेरे सरताज,
प्रभु जी मेरे आ जाना,
Listen to the request Ghanraj in Sabah, I am ashamed to come, Lord.
Lord, come to make me spoiled
I don’t want any treasure, nor any palace attic,
I will sing the praises of yours,
Without you, no work would have been done, first worshiped Ganraj.
Lord, come to me
Your father is Tripurari mother, the Queen of the Church,
You are the master mouse of Riddhi Sidhi, your ride,
You are the destroyer of legislation, O Ganapati Maharaj, the giver
Lord, come to me
In today’s full court, God give us your support,
Puran the hope of the mind, everyone called you,
May the music be immortal, keep my lord,
Lord, come to me