तेरी प्रीत के सागर में मोती चुनकर लाऊगी।

मिलन की तङफ के बैगर आंसू छलकते नहीं। हर क्षण प्रभु मे खोना होता है। जितने भगवान पास में होंगे उतने ही आंसु छलकेगे। तेरी प्रीत के सागर में मोती चुनकर लाऊगी। मोतियों की माला तुमको पहनाऊगी। ये नैनो के मोती हैं। शब्द को भिगोते है। दिल की धड़कन तुम्हें पुकारती है। हे नाथ तुम्ही मेरे स्वामी हो। तुम्ही मेरे प्राण आधार हो।

भक्त की भगवान से मिलन की तङफ गहरा सागर है। भगवान की विनती, स्तुति, श्रद्धा और विश्वास से उत्पन्न प्रेम मोती है भक्त अपने भगवान को मोती हृदय के भाव से समर्पित करता है।

हम सखियों के रास्ते भगवान चुना करते हैं। हमारी जिन्दगी का ब्योरा भगवान के पास है।
भगवान के दर्शन हो जाए मै भगवान को एक बार देख लु ये भाव दिल में हलचल मचाते है। बार बार दिल कहता है कि मेरे प्रभु प्राण प्यारे को निहारता रहु। मीराबाई को भगवान ने प्रेम श्रद्धा भक्ति और विनय के माध्यम से दर्शाया है कि मैं हूँ। पुरण शरीर धारण करके नहीं बार बार आंशिक दर्शन दिए हैं। मीराबाई जब भगवान मे खोती तब भगवान प्रकाश के पुंज के रूप में प्रकट हुए हैं। भगवान के होने का अहसास हमारे दिलों में शान्ति और आन्नद बनाता है। भगवान हमारे ध्यान भाव में आये तब इससे बड़ा आनंद और तङफ हो नहीं सकती है आनंद का भाव कुछ समय टिकता है। आन्नद तङफ की गहराई को उजागर करता है
दिल में महक उठती रहे रोम रोम में राम ध्वनि उजागर हो जाए।
आज ये दिल तुम मे समा जाना चाहता है वाणी मौन हो जाना चाहती है नैन बन्द हो जाना चाहते हैं हर धड़कन तुम्हें पुकारती है।जय श्री राम अनीता गर्ग



Tears do not shed without the yearning of meeting. Every moment has to be lost in God. The more God is nearby, the more tears will be shed. I will pick out pearls from the ocean of your love. I will make you wear a garland of pearls. These are the pearls of nano. Let’s soak the word. The heartbeat calls you. O Lord, you are my master. You are my life support.

The devotee’s yearning to meet God is a deep ocean. The love that arises from prayer, praise, reverence and faith in God is a pearl. The devotee dedicates his heart to God with a pearl heart.

We choose God through friends. The details of our lives are with God. The feeling of ‘I want to see God once’ creates a stir in the heart. My heart says again and again that I should keep looking at my beloved Lord. God has shown Meerabai through love, devotion, devotion and humility that I am. He has given partial darshan again and again, not by assuming a complete body. When Mirabai was lost in God, God appeared as a beam of light. The realization of God’s presence creates peace and joy in our hearts. There can be no greater joy and pain than when God comes into our focus. The feeling of joy lasts for some time. Anand exposes the depth of pain May the fragrance in the heart continue to shine, may the sound of Ram be heard in every pore. Today this heart wants to merge with you, speech wants to become silent, eyes want to close, every heartbeat calls you. Jai Shri Ram Anita Garg

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