हनुमान जन्मोत्सव


🌼मानस प्रसंग 🌼
🌼हनुमान सम नहिं बड़भागी 🌼
रामकथा जिसके मन का उदगार हैं ऐसे महादेव, भूत भावन, आशुतोष, विश्वनाथ, भगवान शंकर, मां पार्वती से घोषणा करते हुए कहते हैं,-
हनुमान सम नहिं बड़भागी।
नहि कोऊ राम चरन अनुरागी।।
गिरजा जासु प्रीति सेवकाई।
बार बार प्रभु निज मुख गाई।।
हनुमान जी से ज्यादा बडभागी कोई भी नही है जिसकी प्रीति और सेवा का बखान बार बार प्रभु ने अपने मुख से किया हैं।
गिरजा ने पूछा हे आशुतोष! आखिर हनुमान जी ही का बखान क्यू बार बार प्रभु ने अपने मुख से किया जबकि सेवा में तो सब हाजिर थे
महादेव बोले हे पार्वती सुनो
जब किष्किंधा से सभी लोग चलने को हुए उस समय भगवान राम ने सभी वानर भालू को आशीष हेतु बुलाया, उस समय सभी लोग शीघ्र अति शीघ्र ही आशीष लेने को पहुंचने लगे वहां सबसे बाद में पहुंचे कौन,
पाछें पवन तनय सिर नावा।
जानि काज प्रभु निकट बुलावा।।
आशीष लेने की बात आई तो सबसे पीछे पहुंचे श्री हनुमान जी।
अब थोड़े ही आगे की घटना जब सभी बानर भालू प्यास से व्याकुल हो गए और उन्हें एक बिवर दिखा तो उस समय हनुमान जी पीछे नहीं रहे सबसे आगे हो गए-
आगे कहि हनुमंतही कीन्हा।
पैठे बिबर बिलंब न कीन्हा।।
अर्थात जब कुछ लेने की बात आती है तो हनुमान जी सबको आगे कर देते हैं, और जब कुछ करने की बारी आती है उस समय हनुमान जी सबसे आगे हो जाते हैं, जो लेने में (राम नाम लेने में भी हनुमान जी ही आगे रहते हैं) पीछे हो जाएं और रामकाज में आगे हो जाएं उससे बड़भागी कोई हो ही नहीं सकता हैं इसलिए बड़भागी तो सभी हैं लेकिन –
हनुमान सम नहिं बड़भागी।
नहि कोऊ राम चरण अनुरागी।।
गिरजा जासु प्रीति सेवकाई।
बार बार प्रभु निज मुख गाई।।
जय सिया राम



🌼 Manas Context 🌼 🌼 Hanuman is not like bad luck 🌼 Ramkatha is the voice of the mind, thus declaring to Mahadev, Bhoot Bhavan, Ashutosh, Vishwanath, Lord Shankar, Mother Parvati,- There is no bad luck like Hanuman. No one is a fan of Ram’s feet. Church detective love ministry. God sang again and again. No one is more fortunate than Hanuman ji, whose love and service has been praised by the Lord time and again. The church asked, O Ashutosh! After all, why did the Lord praise Hanuman ji again and again with his own mouth when everyone was present in the service Mahadev said, O Parvati, listen When all the people started walking from Kishkindha, at that time Lord Ram called all the monkeys and bears for blessings, at that time everyone started reaching there very quickly to seek blessings, who reached there last, Pache Pawan Tanay Sir Nawa. Know the work, God has called you near. When it came to seek blessings, Shri Hanuman ji reached at the back. Now a little further incident, when all the monkeys and bears were distraught with thirst and saw a beaver, at that time Hanuman ji did not lag behind and went ahead- Where is Hanumanthi next? Paithe Biber, don’t delay. That is, when it comes to taking something, Hanuman ji puts everyone in front, and when it comes to doing something, Hanuman ji is at the forefront, who takes it (even in taking the name of Ram, only Hanuman ji remains ahead. ) No one can be unlucky if he goes behind and goes ahead in Ramkaj, that’s why all are unlucky but – There is no bad luck like Hanuman. No one is a fan of Ram’s feet. Church detective love ministry. God sang again and again. Hail Siya Ram

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