
हनुमान वडवानल स्तोत्र
इंद्रादि देवताओं के बाद धरती पर सर्वप्रथम विभीषण ने ही हनुमानजी की शरण लेकर उनकी स्तुति की थी। विभीषण को

इंद्रादि देवताओं के बाद धरती पर सर्वप्रथम विभीषण ने ही हनुमानजी की शरण लेकर उनकी स्तुति की थी। विभीषण को

वैसे तो हनुमानजी के बहुत सारे मंत्र हैं, जैसे ॐ हनुमंते नम: या ‘ॐ हं हनुमते नम: मंत्र को सभी

!! श्री हनुमान जी !! रामायण के महान वानर देवता हनुमान अनुशासित और भक्ति से परिपूर्ण मन का प्रतीक है।

भारत के विभिन्न हिस्सों में स्थित प्रसिद्ध १६ हनुमान मंदिरों की बारे में जानकारी-इनमें से हर मंदिर की अपनी एक

जय श्री सीताराम जी पवन तनय के चरित सुहाए। जामवंत रघुपतिहि सुनाए।। हनुमान जी बोले अब बताओ, राम जी का

हनुमान जी जब पर्वत लेकर लौटते है तो भगवान से कहते है.प्रभु आपने मुझे संजीवनी बूटी लेने नहीं भेजा था।आपने

भगवान हनुमान की तस्वीरों से जुड़ी बातें जिनके बारे में यकीनन हर कोई नहीं जानता है लेकिन अब आप अपनी

हनुमान जन्मोत्सव एक हिन्दू पर्व है। यह चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन हनुमानजी का जन्म

इलाहाबाद में प्रयागराज क्षेत्र के संगम तट पर स्थित पुराण प्रसिद्ध लेटे हुए हनुमान जी के विषय में हैं। यह

एक बार जब रानी सत्यभामा को अपनी सुंदरता पर , सुदर्शन चक्र को अपनी शक्ति पर और गरुण को अपनी