हम अपने घर को जीतेजी खुब चमका कर रखे। हमारे घर के कोने कोने में एक चमक हो हमारा घर हर वक़्त व्यवस्थित रहे। हर व्यक्ति के अन्दर की यह इच्छा होती है।
यह काया झोपड़ी हमारा घर है इस झोपड़ी को हमे चमका कर रखना है यह नहीं है तेरी झोपड़ी इसका मालिक कोई ओर है। मालिक कहते हैं झोपड़ी को नाम धन से उजागर कर लेना।
झोपड़ी में श्रद्धा और विश्वास का दिपक जला लेना एक दिपक शांति का हो इन दिपक को कैसे प्रज्वलित करना है बहनो। हमे नाम धन के दिपक के पास सत्य का दिपक रखना चाहिए।
जब 5 बार प्रतिदिन सत्य स्वरूप परमात्मा को प्रणाम है बोलते हैं। तब एक दो वर्ष के बाद हमारा दिल बताएगा हमनें क्या किया सत्य के दिपक की चमक से रोशन ये दिल होगा।
क्योंकि धीरे-धीरे सत्य के गुण हमारे अन्तर्मन में झलकने लगेगें। सत्य में परम सत्य स्वरूप परमात्मा छुपे बैठे हैं। भक्ति का दीपक जलता रखना चाहते हो तब इस झोपड़ी मे सत्य के दिपक के साथ धर्म का दिपक अपने आप प्रज्वलित होगा सत्य में समर्पण भाव छुपा हुआ है। सत्य का दिपक शान्ति के तेल से प्रकाशित होता है शान्ति प्रेम का पाठ पढाती है।जय श्री राम अनीता गर्ग
Let us keep our house shining while we are alive. May there be a glow in every corner of our house, may our house be organized at all times. This is the desire of every person.
This kaya hut is our home, we have to keep this hut shining, this is not your hut, its owner is someone else. The owner says to expose the hut with name and money.
Light the lamp of faith and faith in the hut, let there be a lamp of peace, how to light these lamps sisters. We should keep the lamp of truth near the lamp of name and wealth.
When we say obeisance to the true form of God 5 times a day. Then after one or two years our heart will tell what we have done, this heart will be illuminated by the light of the lamp of truth.
Because gradually the qualities of truth will start reflecting in our inner mind. In truth, the supreme truth form of God is hidden. If you want to keep the lamp of devotion burning, then the lamp of religion will automatically light up along with the lamp of truth in this hut. The spirit of dedication is hidden in truth. The lamp of truth is lit by the oil of peace. Peace teaches the lesson of love. Jai Shri Ram Anita Garg