बरसाने में एक दंपति रहता था। जोकि दिन रात लाडली सरकार राधा रानी की पूजा करते थे। राधा रानी की कृपा से परिवार सुखपूर्वक दाम्पत्य जीवन यापन कर रहा थे, राधा रानी की कृपा से सबकुछ ठीक था। जब काफी समय बीतने के बाद भी उन्हे कोई संतान नही हुई तो, उस दंपति ने लाड़ली जी की एक मूर्ति घर लाकर उसे अपनी बेटी मानकर बेटी भाव से सेवा करने लगे, वो दंपति लाडली जी से लाड लडाते, और दिन-रात उनकी सेवा करते रहते थे, काफी समय बीतने के बाद राधा जी की कृपा हुई तो उनके यहां एक बच्ची का जन्म हुआ तो घर खुशियों से भर गया, धीरे धीरे वो कन्या 3-4 साल की हुई तो उसके पिताजी कन्या की पढाई के बारे में सोचने लगे, तो अगले दिन ही पिताजी उस कन्या का दाखिला बरसाना के प्राइमरी स्कूल में करवा आए, घर आकर कन्या के माता पिता बच्ची के स्कूल के पहले दिन के बारें में सोचकर भावूक हो गए, स्कूल से आने के बाद माता-पिता ने अपनी बच्ची से खूब लाड प्यार किया। रात्रि होने पर जब दोनों दंपति खाना खाकर सो गए तो उन दोनों के स्वपन्न में राधा रानी छोटी बच्ची के रुप में आई और वे दंपति से रुठकर बैठ गई, दंपति के लाख मनाने के बाद लाडली जी बोली, की मां बाबा आप तो मुझे भूल ही गये हो, जब आपकी कोई संतान नही थी तो आप मुझसे बहुत प्यार करते थे, लेकिन संतान होने के बाद आप मुझें भूल गए तभी तो आपने अपनी बडी बेटी को स्कूल नहीं भेजा, और बडी से पहले अपनी छोटी बेटी को स्कूल भेज दिया। इतना सुनकर दंपति की आखों से आसुंओं की धारा बहने लगी, उन्हे पश्चाताप हुआ तो अगले ही दिन दंपति ने बरसाना के प्राइमरी स्कूल में राधा रानी का दाखिला करा दिया, ऐसी धारणा हे कि आज भी बरसाना के प्राइमरी स्कूल में राधा रानी का नाम है। हम ही राधा रानी को भूल सकते है लेकिन राधा रानी कभी अपने भक्तों को नहीं भूलती, भक्त जिस रिश्तें में राधा रानी को पूजते है वो एक बार को भूल जाए लेकिन राधा रानी जीवनभर उस रिश्ते को निभाती है, क्योंकि वो प्रेम का वो स्वरूप है जिसकी एक झलक पाने के लिए खुद भगवान श्रीकृष्ण राधा रानी की चौखट पर झाडू लगाते है, जिनकी एक झलक के लिए भक्त अपनी सारी उम्र सेवा में गुजार देते है। वो ममतामयी है, कहते है कि अगर किसी को भगवान श्रीकृष्ण को पाना है तो वो राधा रानी की पूजा करें अगर लाडली जी प्रसन्न हो गयी तो उस व्यकित को भगवान कृष्ण का भी सानिध्य प्राप्त हो जाता है, एक बार दिल से पुकार कर तो देखिए, श्रीकृष्ण को आऩे में देर लगेगी, लेकिन राधा रानी को नहीं।
A couple lived in Barsana. Who used to worship Ladli Sarkar Radha Rani day and night. By the grace of Radha Rani, the family was living a happy married life, everything was fine by the grace of Radha Rani. When even after a long time they did not have any child, the couple brought home an idol of Ladli ji, considering it as their daughter and started serving her with a daughterly attitude. The couple pampered Ladli ji and served her day and night. They lived there, after a long time, due to the blessings of Radha ji, a girl child was born and the house was filled with happiness. Gradually, when the girl turned 3-4 years old, her father started thinking about the girl’s education. So the very next day, the father came to get the girl admitted in the primary school of Barsana. After coming home, the girl’s parents became emotional thinking about the girl’s first day of school. After coming back from school, the parents talked to their daughter a lot. Pampered. At night, when the couple went to sleep after having dinner, Radha Rani appeared in their dreams in the form of a little girl and sat down angry with the couple. After much persuasion by the couple, Ladli ji said, Mother Baba, you have forgotten me. When you did not have any child, you loved me very much, but after having a child, you forgot me, that is why you did not send your elder daughter to school, and sent your younger daughter to school before the elder one. Hearing this, tears started flowing from the eyes of the couple, they repented and the next day the couple got Radha Rani admitted in the primary school of Barsana. It is believed that even today the name of Radha Rani is there in the primary school of Barsana. Only we can forget Radha Rani, but Radha Rani never forgets her devotees. The devotees may forget the relationship in which they worship Radha Rani, but Radha Rani maintains that relationship throughout their life, because that is the form of love. To get a glimpse of this, Lord Shri Krishna himself sweeps the doorstep of Radha Rani, for a glimpse of whom the devotees spend their entire life in service. She is motherly, it is said that if someone wants to get Lord Shri Krishna then he should worship Radha Rani. If Ladli ji becomes happy then that person also gets the company of Lord Krishna, just call him from the heart and see. It will take some time for Shri Krishna to arrive, but not for Radha Rani.