जय श्री राम
सर्वदेवोंमय: श्रीराम
राम राम कहिये, सदा सुखी रहिये
वृद्धि आस्तिक भाव की, शुभ मंगल संचार
अभ्युदय सद्धर्म का , राम नाम विस्तार
एक राम घट-घट में बोले, दूजो राम दशरथ घर डोले।
तीसर राम का सकल पसारा, ब्रह्म राम है सबसे न्यारा।।
इस कथनानुसार तो चार राम हुए। ऐसा कैसे ?”
“थोड़ी साधना करो, जप-ध्यानादि करो, फिर समझ में आ जायेगा।”
जीव राम घट-घट में बोले।
ईश राम दशरथ घर डोले।
बिंदु राम का सकल पसारा।
ब्रह्म राम है सबसे न्यारा।।
जीव, ईश, बिंदु व ब्रह्म इस प्रकार भी तो राम चार ही हुए न ?”
साधना आदि करके मति थोड़ी सूक्ष्म तो हुई है। किंतु अभी तक चार राम दिख रहे हैं। घड़े में आया हुआ आकाश, मठ में आया हुआ आकाश, मेघ में आया हुआ आकाश और उससे अलग व्यापक आकाश, ये चार दिखते हैं। अगर तीनों उपाधियों, घट, मठ, और मेघ को हटा दो तो चारों में आकाश तो एक-का-एक ही है। इसी प्रकारः
वही राम घट-घट में बोले।
वही राम दशरथ घर डोले।
उसी राम का सकल पसारा।
वही राम है सबसे न्यारा।।
जय श्री राम
Jai Shri Ram All-godly: Sri Rama Say goodbye, and be happy forever Increase of the faithful sense, good luck communication Prosperity of Saddharma , expansion of Rama Naam
One Ram said in a whirlwind, Dujo Ram Dashrath brought home. Thirdly Ram’s gross spread, Brahma Ram is the most unique.
According to this statement, there were four Rams. how come ?” “Do some spiritual practice, chant and meditate, then you will understand.”
Jeev Ram spoke in hustle and bustle. Ish Ram Dashrath lost his house. Bindu Ram’s gross spread. Brahma Ram is the most unique.
Jiva, Ish, Bindu and Brahm have become four in this way too, aren’t they? By doing spiritual practice etc., the death has become a little subtle. But still four Rams are visible. The sky in the pitcher, the sky in the monastery, the sky in the cloud and the vast sky beyond it, these four are visible. If we remove all the three titles, Ghat, Math, and Cloud, then the sky is the same in all four. Similarly:
The same Ram spoke in a hustle and bustle. The same Ram Dasharatha drove home. The gross spread of the same Ram. That Ram is the most beautiful. Long live Rama