पांच अगस्त के दिन पूजन है खुशियाँ मना लेना
अरे ओ भैया जी भगवा ध्वजा उठा लेना
मंदिर बने गा सिया राम सब को बता देना
अरे ओ भैया जी भगवा ध्वजा उठा लेना
काशी नगरी से कल शाता मेगा आया है
जिस में पावन नदियों के जल को भरमाया है
ये मंदिर वही था वही बनेगा रहा कोई डर न,
अरे ओ भैया जी भगवा ध्वजा उठा लेना
रखी पांच इटे चांदी की नीव जमाने को
चांदी के ही नाग नागनी रखु दबाने को
सारी तयारी हो गई अब तो अपना संका मिटा लेना
अरे ओ भैया जी भगवा ध्वजा उठा लेना
ख़ुशी से झूमे गे गाये गे सभी देश वासी दिल्ली बम्बई चाहे जबल पुर हो मथुरा काछी,
सब को अपने घर में घी के दीपक जला लेना
अरे ओ भैया जी भगवा ध्वजा उठा लेना
राम लला का मंदिर होगा सपनो से प्यारा इस के दर्शन को आएगा देखो जग सारा,
तुम भी तो इस के दर्शन का आनंद उठा लेना
अरे ओ भैया जी भगवा ध्वजा उठा लेना
On August 5, worship is to celebrate happiness.
Hey oh brother, lift the saffron flag
Let Siya Ram become a temple and tell everyone
Hey oh brother, lift the saffron flag
Yesterday Shata Mega has come from Kashi city
in which the waters of holy rivers have been misled
This temple was the same, it will remain the same, there is no fear,
Hey oh brother, lift the saffron flag
Laid five pieces of silver to lay the foundation
To suppress the serpent of silver, keep the serpent
All the preparations are done, now erase your doubts
Hey oh brother, lift the saffron flag
All the people of the country will sing with joy, whether it is Jabalpur or Mathura Kachi,
Everyone should light a lamp of ghee in their house.
Hey oh brother, lift the saffron flag
Ram Lalla’s temple will be dearer than dreams, will come to see this, see the whole world,
you too enjoy the sight of this
Hey oh brother, lift the saffron flag