भारत माँ के चरण से नाता जोड़ लिया मैंने,
भगवा रंग का चोला अब तो ओहड़ लिया मैंने,
भगवा मेरी शान है इस पे जान लुटा सकते है हम,
आन कभी न जाने देंगे सिर भी कटवा सकते है हम,
मोह और माया का चाकर छोड़ दिया मैंने,
भगवा रंग का चोला अब तो ओहड़ लिया मैंने,
इक वार जो ठान लिया उसको पूरा करते है,
हिन्दू भगवा धरी किसी के बाप से भी न डरते है,
पूजा कहे दुश्मन की कमर को तोड़ दिया मैंने,
भगवा रंग का चोला अब तो ओहड़ लिया मैंने,
I connected with the feet of Mother India,
Now I have taken the saffron colored cloak,
Saffron is my pride, we can spend our lives on this,
I will never let go, we can even get the head cut off,
I left the clutches of attachment and Maya,
Now I have taken the saffron colored cloak,
He fulfills whatever he has decided once,
The Hindu saffron-clad is not afraid of anyone’s father.
I broke the enemy’s back saying worship,
Now I have taken the saffron colored cloak,