भोले बाबा का वंदन आसन होता है
इन्हें जल चड़ाने से कल्याण होता है
भोले बाबा का वंदन आसन होता है
ये भांग धतुरा ही खुश हो कर खाते है
कोई मेवा छपन जो इनको भाते है
इन वेल परत से इनका समान होता है,
इन्हें जल चड़ाने से कल्याण होता है
भोले बाबा का वंदन आसन होता है
ये प्रेम का प्यासा है और भाव का भूखा है,
श्रधा सब की देखे ना रुखा सुखा है,
आडम्बर करने वाला नादान होता है,
इन्हें जल चड़ाने से कल्याण होता है
भोले बाबा का वंदन आसन होता है
मेह्लो में ठिकाना न जल में बसेरा है
चाहे गली हो या नुकड़ हर जगह पे डेरा है ,
हर भगत का हर्ष हमेशा ये ध्यान रखता है ,
इन्हें जल चड़ाने से कल्याण होता है
भोले बाबा का वंदन आसन होता है
Bhole Baba is worshipped
Offering water to them is beneficial
Bhole Baba is worshipped
This cannabis dhatura is eaten with pleasure
Print any dry fruits that they like
From these well layers they have the same,
Offering water to them is beneficial
Bhole Baba is worshipped
He is thirsty for love and hungry for emotion,
Shraddha is neither dry nor dry at the sight of everyone,
The arrogant is ignorant,
Offering water to them is beneficial
Bhole Baba is worshipped
There is no place in Mehlo nor is there a dwelling in the water
Whether it is a street or a nook, there is a camp everywhere.
The joy of every devotee always keeps this in mind,
Offering water to them is beneficial
Worship of Bhole Baba is seated