दुनिया ने जिनको ठुकराया याहा गले लगाए जाते है,
दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है,
पी पी के ज़हर दर दो गम के जो हार गए है दुनिया में,
जी भर के प्याले अमृत के यहाँ रोज पिलाये जाते है,
दुनिया ने जिनको ठुकराया याहा गले लगाए जाते है,
दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है,
किस्मत के मारे कहा रहे दुनियां छोटी पड़ जाती है,
जो श्याम शरण में आते है पलको पे बिठाए जाते है,
दुनिया ने जिनको ठुकराया याहा गले लगाए जाते है,
दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है,
बनवारी जो मझधार में जिनका न कोई सहारा है,
दो आंसू गिरदे चरणों पर फिर पार लगाए जाते है,
दुनिया ने जिनको ठुकराया याहा गले लगाए जाते है,
दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है,
Whom the world rejected Yaha are hugged,
In the court, the pain and sorrow of the Khatu person are removed,
PP’s poison rate two sorrows who have lost in the world,
Whole cups of nectar are served daily here.
Whom the world rejected Yaha are hugged,
In the court, the pain and sorrow of the Khatu person are removed,
Because of luck, where are you saying the world gets smaller,
Those who come in the shelter of Shyam are made to sit on the eyelids,
Whom the world rejected Yaha are hugged,
In the court, the pain and pain of the Khatu person is erased,
Banwari who has no support in the middle,
Two tears are put across the fallen feet again,
Whom the world rejected Yaha are hugged,
In the court, the pain and pain of the Khatu person is erased,