दूल्हा बने भोले नाथ जी हमारे,
चली बारात गोरा जी के द्वारे,
इस दूल्हे पे जग है दीवाना,
दूल्हा बने भोले नाथ जी हमारे
ना रतन आभूषण तन पे,
बलिहारी जाऊ बोले पण पे,
चमके माथे पर चंदा आये शुभ दिन ये शिव की लगन के,
डाले सर्पो के हार कैसा अज़ब शृंगार ऐसा बंदा किसी ने देखा न,
दूल्हा बने भोले नाथ जी हमारे…
लम्भी लम्भी जटाओ का सेहरा कैसा प्यार विवाह का नजारा,
ध्वनि संख नाद की गूंजे संग चले बड़ो का पहरा,
होक नंदी पे सवार चले हिमाचल के द्वार,
हुआ रोशन ये तब री जग सारा,
दूल्हा बने भोले नाथ जी हमारे
चले हो के विदा जो बाराती गोरा को माँ समजाति,
जा बेटी सुखी तू रहना रहे अमर सुहाग की जोड़ी,
ये बाराती बेशुमार दिये सब को उपहार,
झूमे गल पाके सब नजराना,
दूल्हा बने भोले नाथ जी हमारे
Bhole Nath ji became our groom,
The procession went by Gora ji,
The world is crazy about this groom,
Bhole Nath ji became our groom
No rattan jewelery on the body,
Go to Balihari and said on the pan,
On the shining forehead, donations came, this auspicious day is due to the devotion of Shiva,
No one has seen such a wonderful adornment for the necklace of snakes,
Bhole Nath ji became our bridegroom.
Lambhi Lambhi Jatao Ka Sehra What a love marriage scene
The guard of elders walked with the sound of sound,
The gates of Himachal rode on the Hok Nandi,
It happened Roshan, then Ri Jag Sara,
Bhole Nath ji became our groom
Let’s go and leave the baraati Gora to the mother caste,
Go daughter happy, you remain the pair of immortal honey,
These baraatis gave innumerable gifts to everyone,
Jhoome gal pake all nazana,
Bhole Nath ji became our groom