गाओ रे गाओ रे महिमा भोले नाथ की,
आया शिवरात्रि का त्यौहार,
शिव शम्भू भोले अविनाशी कैलाशी काशी के वासी,
नन्दी बैला के असवार,
तो बोलो रे बाबा भोले नाथ की जयकार,
गाओ रे गाओ रे महिमा भोले नाथ की,
उमा पति शिव ऑगनदानी महादेव हर हर शम्भू,
भूत नाथ भूतो के स्वामी महादेव हर हर शम्भू,
गल में सर्पो की माला माथे पे चंदा का उजाला ,
गोरी मैया का शृंगार तो बोलो रे बाबा भोले नाथ की जयकार,
गाओ रे गाओ रे महिमा भोले नाथ की,
Gao re sing re glory of Bhole Nath,
The festival of Shivratri came,
Shiva Shambhu, the innocent indestructible Kailashi, a resident of Kashi,
The horses of Nandi Bella,
So say the cheers of Re Baba Bhole Nath,
Gao re sing re glory of Bhole Nath,
Uma Pati Shiv Angandani Mahadev Har Har Shambhu,
Lord of Bhoot Nath Bhooto Mahadev Har Har Shambhu,
A garland of snakes in the neck, the light of donation on the forehead,
Gori Maiya’s makeup to speak, cheers of Re Baba Bhole Nath,
Gao re sing re glory of Bhole Nath,