हमारे दो ही रिश्तेदार,हमारे दो ही रिश्तेदार
इक है शक्ति आत भवानी,
दूजा भोले नाथ सरकार,
हमारे दो ही रिश्तेदार
माँ गोरा है आद भवानी शिव है देव निराले,
डम डम डमरू भजाने वाले बाबा भोले भाले,
सब की मुरादे पूरी करते सब के भरे भंडार,
हमारे दो ही रिश्तेदार…
ऊंचे पर्वत बैठ भवानी सब की आस बुजाये,
कैलाश पर्वत पे भोले बाबा मंद मंद मुस्काये,
शिव शक्ति का रूप निराला करता है उधार,
हमारे दो ही रिश्तेदार
तन पे भभूति गले में माला शिव योगी का रूप निराला,
दुष्टो का संगार माँ करती चंडी रूप माँ बन के ज्वाला,
महिमा बड़ी निराली जग में,अरे करदे भव से पार,
हमारे दो ही रिश्तेदार
आओ मिलकर शिव गोरा की जय जय कार बुलाये ,
छोड़ के झूठी दुनिया दारी मन की बात सुनाये,
संजीव भी चरणों में है बैठा अरे करता यही पुकार,
हमारे दो ही रिश्तेदार
Our only two relatives, our only two relatives
I have power in Bhavani,
Duja Bhole Nath Sarkar,
our only relatives
Mother is fair, Aad Bhavani is Shiva, God is unique,
Baba Bhole Bhale, who worships Dum Dum Dumru,
Fulfilling everyone’s wishes, everyone’s stockpile,
We have only two relatives…
Bhavani, sitting on the high mountain, extinguishes everyone’s hope,
Bhole Baba smiled slowly on Mount Kailash,
The form of shiv shakti is unique,
our only relatives
Garland around the neck of Bhabhuti on the body, the form of Shiva Yogi is unique,
The mother of the wicked does the fire of becoming a mother in the form of Chandi,
Glory in a very unique world, Oh dear, beyond the world,
our only relatives
Let’s call Shiv Gora’s Jai Jai car together,
Leave the false world and tell your mind,
Sanjeev is also sitting at his feet, hey does this call,
our only relatives