हम तो कंवर उठा के चले है,
दुःख ये शिव से अपना कहे गे,
सारी दुनिया है भक्ति की दुश्मन,
भक्त तेरे ये कैसे जिये गे,
हम तो कंवर उठा के चले है,
शिव की भक्ति में हम खो गये है,
चोला भगमा पहन कर है निकले,
नंगे पाँव ही चलते रहे गे,
चाहे जितने भी छाले पड़े गे,
हम तो कंवर उठा के चले है,
मुँह से बम बम है निकल ता,
आँखों में धाम शिव का दिसता,
गंगा जल है ये पीड़ा के आंसू,
शिव के चरणों को धो के रहे गे,
हम तो कंवर उठा के चले है
मेरे शिव जी ही माता पिता है,
मेरे बंधू शिव जी सखा है,
शिव की तीर्थो की यात्रा करेंगे,
शिव से वरदान मुझको मिले गे,
हम तो कंवर उठा के चले है
We have lifted the kanwar and gone,
Sorrow will tell Shiva as his own,
The whole world is the enemy of devotion,
How will your devotees live like this?
We have lifted the kanwar and gone,
We are lost in the devotion of Shiva,
Chola is wearing Bhagma and came out,
Keep walking barefoot
No matter how many blisters you have,
We have lifted the kanwar and gone,
The bomb is a bomb from the mouth,
Dham Shiva’s distance in the eyes,
Ganga water is the tears of pain,
Will be washing the feet of Shiva,
We have left
My Shiva ji is the only parent.
My brother Shiva is a friend,
Will travel to Shiva’s pilgrimage,
I will get boons from Shiva,
We have left