खुल्ला खुल्ला केश मां की,
सूरत है लुभावनी।
भक्ता के बेगी आजो जी ,
सातु बेहणीयां पावाणी।।
ग्यारवी सदी के माई,
दे पाचारण के घर मे।
कन्या जन्मी सात ,
जाकी सूरत मन भावानी,
भगता के,,,,,,,
सबसु बड़ी बिजासन माता ,
इंदरगढ़ पूजवाई सा।
दूजी कन्या रामगढ़ में ,
बैठी रामा बाई सा
भगता के,,,,,
तीजी कन्या लाल बाई,
डूंगर गढ़ पूजवाई सा।
बरवाड़ा की चौथ भवानी,
चौथी बहिण बताई सा।।
खुल्ला ,,,,,,,,,
देश धर्म हित सातु बेहणीया,
जन्मी राजस्थान में।
लखन भारती मां माया की,
झांकी है सुवाहनी।।
भगता के ,,,,,,,,,
Open hair mother’s,
Appearance is breathtaking.
Begi of the devotee today,
Satu Behaniyan Pavani.
Mai of the eleventh century,
In the house of De Pacharan.
girl born seven,
Zaki Surat Man Bhawani,
Bhagat’s,,,,
Subu Badi Bijasan Mata,
Indergarh worshipped.
Duji Kanya in Ramgarh,
sitting rama bai sa
Bhagat ke,,,
Teji Kanya Lal Bai,
Dungar Garh is worshiped.
Barwara’s Chauth Bhavani,
Like the fourth sister.
open,,,,,
Desh Dharma Hit Satu Behniya,
Born in Rajasthan.
Lakhan Bharati mother of Maya,
The tableau is beautiful.
Bhagat’s,,,,,