मस्ती भोले नाथ की छाई आनंद ले रहे कावड़ियाँ,
हरिद्वार में बम बम भोले बोले कावड़ियाँ रे,
पावन धारा गंगा माँ की डुबकी ले रहे कावड़ियाँ,
मस्ती भोले नाथ की छाई आनंद ले रहे कावड़ियाँ,
भोले शंख रूप में डोले डमरू वाले कावड़ियाँ,
तेरे होजा पुराण काम दर्शन करले कावड़ियाँ,
मस्ती भोले नाथ की छाई आनंद ले रहे कावड़ियाँ,
भवर कलम चलावे प्यारे प्यारे कावड़ियाँ,
संध्या कैसे धूम मचावे ठुमका करे कावड़ियाँ,
मस्ती भोले नाथ की छाई आनंद ले रहे कावड़ियाँ,
Kavadis enjoying the shade of Masti Bhole Nath,
In Haridwar, Bam Bam Bhole said Kawadiyaan Re,
Kavadis taking a dip in the holy stream Ganga,
Kavadis enjoying the shade of Masti Bhole Nath,
Dole Damru in the form of a naive conch shell,
The Kawadiyas did the work of your Hoja Purana,
Kavadis enjoying the shade of Masti Bhole Nath,
Let’s run the pen, dear lovely kawadis,
How to make a splash in the evening,
Kavadis enjoying the shade of Masti Bhole Nath,