पीनी हे तो पी हरी नाम वाली पी,
तुझे रोकता हे कोन चाहे सुबह शाम पी ,
वो तो मीरा ने भी पी तो कमाल हो गया,
उसे प्याले में श्याम का दीदार हो गया,
वो तो राधा ने भी पी तो कमाल हो गया,
उसे मुरली में श्याम का दीदार हो गया ,
वो तो धन्ने ने भी पी तो कमाल हो गया,
उसे सिल बट्टे में श्याम का दीदार हो गया,
वो तो अहिल्या ने भी पी तो कमाल हो गया,
उसे ठोकर में राम का दीदार हो गया ,
वो तो भीलनी ने भी पी तो कमाल हो गया,
उसे बेरों में राम का दीदार हो गया ,
वो तो भक्तो ने भी पी तो कमाल हो गया,
उन्हें कीर्तन में श्याम का दीदार हो गया ,
पीनी हे तो पी हरी नाम वाली पी,
हरी बोल, जय श्री राधा रमण,
If you want to drink then drink the green name,
Who stops you, even if you drink in the morning and evening,
Even Meera drank that, then it became amazing.
He found Shyam in the cup,
Even if Radha drank that, it became amazing.
He got a glimpse of Shyam in the murli,
Even if Dhanne drank that, it became amazing.
He got a glimpse of Shyam in the cobweb,
Even if Ahilya drank that, it became amazing.
He stumbled upon Rama’s sight,
Even if Bhilani drank that, it became amazing.
He got the sight of Rama in his berries,
Even if the devotees drank that, it became amazing.
He got a glimpse of Shyam in kirtan,
If you want to drink then drink the green name,
Hari Bol, Jai Shri Radha Raman,